देहरादून। संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित किए जा रहे निनाद महोत्सव की तीसरी सांस्कृतिक संध्या भारतीय शास्त्रीय संगीत के नाम रही। पहले ऋत्विक पंत ने हिंदुस्तानी क्लासिकल वोकल की शानदार प्रस्तुति दी। उसके बाद ग्रैमी अवार्ड विजेता पद्म भूषण पंडित विश्व मोहन भट्ट की मोहन वीणा की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। तिब्बतन इंस्टीट्यूट ऑफ़ परफॉर्मिंग आर्ट्स के कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों को रोमांचित किया।

सोमवार शाम नींबूवाला स्थित हिमालयन कल्चरल सेंटर में सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ संस्कृति सचिव युगल किशोर पंत व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया।
सांस्कृतिक संध्या की शुरुआत रित्विज पंत ने हिंदुस्तानी क्लासिकल वोकल की शानदार प्रस्तुति दी। उनके साथ चित्रांग पंत ने तबले पर संगत देकर खूब तालियां बटोरी।
उसके बाद तिब्बतन इंस्टीट्यूट ऑफ़ परफॉर्मिंग आर्ट्स (टीपा) धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश के कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से दर्शकों को रोमांचित कर दिया।

अंत में ग्रैमी अवॉर्ड विजेता, पद्मभूषण पंडित विश्व मोहन भट्ट ने मोहन वीणा की प्रस्तुतियों से मौजूद लोगों के दिल के तार झंकृत कर दिए। उनके पुत्र सलिल भट्ट ने सात्विक वीणा पर संगत देकर लोगों को भाव विभोर कर दिया। देर रात तक लोग उनकी वीणा की प्रस्तुतियों का आनंद लेते रहे।

