उत्तराखंड की विश्वप्रसिद्ध चारधाम यात्रा 2025 के तैयारियो पर सरकार द्वारा युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है । गंगोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलेंगे, जिसके साथ यात्रा की विधिवत शुरुआत हो जाएगी। वहीं केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई व बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे। इस बार राज्य सरकार ने तीर्थयात्रियो के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को पहले से बेहतर बनाने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दिशा निर्देशों में चारधाम यात्रा 2025 को सुरक्षित और स्वास्थ्य संबंधी दृष्टि से बेहतर बनाने की दिशा में कई बड़े कदम उठाए जा रहे हैं ,जो तीर्थ यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि तीर्थ यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया है। राज्य सरकार ने विभिन्न भौगोलिक और जलवायु संबंधी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए 12 भाषाओं में स्वास्थ्य परामर्श एवं एसओपी जारी कर दी है। डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को पत्र के माध्यम से आग्रह किया गया है की यात्रा से पूर्व स्वास्थ्य जांच सतर्कता और चिकित्सकीय तैयारीयो पर व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। विशेष कर बद्रीनाथ, केदारनाथ ,गंगोत्री ,यमुनोत्री जैसे ऊंचे क्षेत्र में तीर्थयात्रियो को कठोर जलवायु, निम्न ऑक्सीजन स्तर एवं कठिन मार्ग स्थितियों का सामना करना पड़ता है । अर्थात तीर्थयात्री जरूरी स्वास्थ्य प्रशिक्षण वह आवश्यक तैयारी के साथ ही आए।
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि स्क्रीनिंग पॉइंट, आपातकालीन सेवाएं और हेलीपैड जैसे महत्वपूर्ण स्थानो पर तीर्थ यात्रियों की सहायता सुनिश्चित की जाएगी। इस व्यापक परामर्श को सभी राज्यों में पत्र भेज कर संभावित तीर्थयात्रियो तक आवश्यक जानकारी पहुंचाने का प्रयास किया गया है। राज्य सरकार की यह प्रतिबद्धता चार धाम यात्रा 2025 को सुरक्षित, सुगम एवं सफल बनाने के की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
डॉक्टर आर राजेश कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर चार धाम यात्रा को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है । यात्रियों की सुविधा और स्वास्थ्य की देखभाल सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसलिए डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, ऑक्सीजन सिलेंडर, दवाइयां की पूरी व्यवस्था की गई है ।
चार धाम यात्रा 2025 के दौरान किसी भी यात्री को स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी कोई परेशानी ना हो इसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा तीर्थ यात्रियों के लिए एडवाइजरी है जिसके अनुसार यात्रा में से पूर्व अनिवार्य स्वास्थ्य जांच करवा कर ही यात्रा करें।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि तीर्थयात्रियो को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों केदारनाथ यात्रा मार्ग के दौरान आती है। इसलिए केदारनाथ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत किया गया है । यात्रा मार्ग पर 10 मेडिकल रिलीफ पोस्ट, और दो पीएचसी सेंटर स्थापित किए गए हैं। गुप्तकाशी , फाटा, गौरीकुंड और नारायणकोटी में हेल्थ एटीएम लगाए जाएंगे, यहां यात्रियो को फ्री हेल्थ स्क्रीनिंग दी जाएगी।