उत्तराखंड में चारधाम यात्रा की शुरुआत अप्रैल में होने वाली है, इसलिए हर स्तर पर सरकार द्वारा तेजी से तैयारिया की जा रही है। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष चारधाम यात्रा 10 दिन पहले शुरू हो रही है, यानी कि इस बार यात्रा के लिए ज्यादा दिन उपलब्ध होंगे। यात्रियों के स्तर पर पंजीकरण के लिए दिखाए जा रहे उत्साह को देखते हुए सरकार ने भीड़ प्रबंधन को भी ध्यान पर रखते हुए तैयारिया शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि सरकार द्वारा चार धाम यात्रा की तैयारिया तेजी से की जा रही है। उत्तराखंड की यात्रा व्यवस्था ने देश दुनिया के श्रद्धालुओं का आकर्षित किया है और उनका भरोसा बड़ा है।
इस बार प्रधानमंत्री ने चार धाम यात्रा का भरपूर प्रमोशन किया है। हम यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए संकल्पबद्ध है।
सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मां गंगा के शीतकालीन गद्दी स्थल मुखवा और पर्यटन स्थल हर्षिल के दौरे से यात्रा के लिए अच्छा माहौल तैयार हुआ है। प्रधानमंत्री 6 मार्च को उत्तराखंड आए थे ऐसा पहली बार हुआ कि वह चार धाम यात्रा शुरू होने से कुछ दिन पहले ही उनका उत्तराखंड आना हुआ। भले ही औपचारिक कार्यक्रम शीतकालीन यात्रा को लेकर था लेकिन प्रधानमंत्री ने चार धाम यात्रा की भी भरपूर ब्रांडिंग की। पीएम मोदी को पीएम मोदी ने देश को देश यह तक बताया कि पिछले 10 सालों में चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कितना बड़ा अंतर आए हैं। बीते वर्ष चार धाम यात्रा का शुभारंभ 10 मई को हुआ था। इस बार यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल से हो रही है। वर्ष 2023 में यात्रा 22 अप्रैल को शुरू हुई थी और रिकॉर्ड 5618497 यात्री उत्तराखंड पहुंचे थे। पर 2024 में कम दिन मिलने और प्राकृतिक आपदा की घटनाओं के बावजूद यात्री संख्या के आंकड़े ने सब को चौंका दिया था। इस वर्ष यात्रा में कुल 48,04,215 यात्री पहुंचे थे। चार धाम यात्रा में 30 अप्रैल को गंगोत्री ,यमुनोत्री 2 मई को केदारनाथ धाम और 4 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने जा रहे हैं।