बीती रात राजपुर रोड पर चल रहे चार व्यक्तियों के लिए काल बनी मर्सिडीज़ कार के चालक को आखिरकार पुलिस ने पकड़ ही लिया। मर्सिडीज़ कार चंडीगढ़ नंबर (CH01CN0665) की है और जिस समय यह हादसा हुआ उस दौरान कार में मामा अपने भांजे को घूमाने कात्या के लिए ले गया था। मामा वंश कात्या निवासी मुरादाबाद की उम्र करीब 22 वर्ष और भांजा भ की उम्र 12 वर्ष की है। पुलिस ने आरोपी चालक वंश कात्या को आईएसबीटी के पास गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि इससे पुलिस को देर रात भर काफी मशक्कत करनी पड़ी।
शहर के सीसीटीवी कैमरा की सघन जांच के साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने एक टीम को दिल्ली रवाना किया था क्योंकि कार के दिल्ली से खरीदे जाने की जानकारी मिली थी। वहीं एक टीम को चंडीगढ़ कार मलिक का पता लगाने रवाना किया गया था। हादसे में चार व्यक्तियों की मौत हो चुकी है जबकि दो घायल है। पूरी जांच पड़ताल में मर्सिडीज़ कार स्मार्ट सिटी के केमरे में रिकॉर्ड की गई, जिसके आधार पर पुलिस आगे बढ़ी तो वह कार सहस्त्रधारा रोड पर खाली प्लॉट पर मिली।
गौर करने वाली बात यह है कि जिस स्मार्ट सिटी के कैमरे ने कार को रिकॉर्ड किया वह पहले शहर के अन्य दर्जनों केमरों की तरह बंद पड़ा था। हाल ही में ओएनजीसी चौक हादसे के बाद से सीसीटीवी कैमरा के संचालक को लेकर डीएम ने सख्त रूप अपनाया है। डीएम सबिन बंसल की सख्त रुक के बाद कैमरा को चालू स्थिति में लाया गया। जिस कारण कार तक पहुंचने मे पुलिस को मदद मिली।
व पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के अनुसार आरोपी कर चालक वंश कटा अपने भांजे को घुमाने ले गया था तभी यहां हादसा हो गया दुर्घटना के बाद आरोपी वंश ने अपने भांजे को घर छोड़ा और कर को संसार रोड के खाली प्लॉट पर पार्क कर खुद फरार हो गया मर्सिडीज़ कर आरोपी के जीजा जीजा के पिता के नाम पर रजिस्टर्ड है उसके जीजा नर्सरी के बिजनेस से जुड़े हैं आरोपी वंश ने बा किया है और वर्तमान में वहां नौकरी की तलाश में है 1 से पूछताछ में पुलिस को बताया कि सामने आ रही स्कूटी को बचाने के चक्कर में यहां सब हुआ पहले कर वहां से टकराई और फिर रहा चलते व्यक्तियों उसकी चपेट में आ गए एसएसपी अजय सिंह के अनुसार ch1 न 0665 रंग सिल्वर ग्रे के एक साइड से क्षतिग्रस्त होने की पुलिस टीम को फुटेज प्राप्त हुई थी जिस पर सैंडिकता के आधार पर आधार पर पुलिस टीम द्वारा उक्त वाहन के संबंध में जानकारी एकत्र की गई तो उक्त वाहन हरबीर ऑटोमोबाइल एजेंसी चंडीगढ़ में महिंद्रा शोरूम के नाम के द्वारा रजिस्टर कराया गया था जिस पर तत्काल रात्रि में ही टीम एक टीम को चंडीगढ़ रवाना किया गया जहां टीम द्वारा वाहन की जानकारी की गई तो हरवीर ऑटोमोबाइल द्वारा फरवरी 2023 में उक्त वाहन को खरीदे जाने की जानकारी मिली हरवीर ऑटोमोबाइल द्वारा जून 2023 में उक्त जवाहर को दिल्ली के डीलर विकी ऑटो ऑटो हब को बेचा गया उक्त जानकारी के आधार पर तत्काल एक टीम दिल्ली रवाना हुई जहां जानकारी करने पर उक्त वाहन को विकी ऑटो हब द्वारा अपने एक अन्य एजेंसी दिल्ली कर मॉल के ट्रांसफर करना ज्ञात हुआ उक्त कर मॉल एजेंसी से जुलाई 2024 में लखनऊ निवासी जतिन प्रकाश वर्मा जिसका झारखंड में आवास तथा व्यवसाय कार्यालय है कि द्वारा खरीदी जाने की जानकारी प्राप्त हुई जिसके जिसके अक्सर अपने व्यावसायिक संबंध में देहरादून आने-जाने की जानकारी प्राप्त हुई मर्सिडीज़ वहां की तलाश के दौरान देहरादून में मुंबई वाला स्थित मैर्केल मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड मर्सिडीज़ बेंज से जानकारी के दौरान भी उक्त नंबर की मर्सिडीज़ गाड़ी के दिनांक 19 29 11 2024 को एजेंसी में सर्विस सेंटर में सर्विसिंग हेतु आने तथा उक्त वाहन का जतिन प्रसाद वर्मा के नाम पर होने की पुष्टि हुई घटना के बाद पुलिस द्वारा लगातार चलाए जा रहे चेकिंग एवं सर्च अभियान के दौरान पुलिस टीम द्वारा वाहन को संयंत्र स्थित खाली प्लॉट में प्राप्त किया गया वहां के संबंध में आसपास के लोगों से पूछताछ करने पर पास ही के एक फ्लैट में रहने वाले मोहित मलिक के नाम के व्यक्ति ने बताया कि उक्त वाहन को उनके उनके एक परिचित वंश कटयाल द्वारा रात्रि में वहां खड़ा किया गया रात्रि में वाहन को खड़ा करने के बाद वंश द्वारा उनसे उस फोन पर संपर्क कर कर बताया गया कि उनके वाहन में कुछ रखने के खराबी आ गई है तथा उनके द्वारा अपने भांजे को जखन छोड़ने के लिए उसने उनकी स्कूटी मांगी तथा स्कूटी की चाबी उसके घर से ले ली थी रात्रि में अपने भांजे को छोड़ने के बाद वंश कटयाल उनकी स्कूटी उन्हें वापस देकर चला गया वहां स्वामी जतिन प्रसाद वर्मा से पूछताछ की गई तो उन्होंने भी उक्त वाहन को 12 3.2025 को अपने साले वंश द्वारा ले जाने की जानकारी दी जिस पर टीम द्वारा मानस के संबंध में जानकारी प्राप्त करते हुए वंश को आईएसबीटी के पास से गिरफ्तार कर लिया गया इस पूरे प्रकरण में पुलिस की जांच हर मोर्चे पर चुस्त नजर आई वहीं इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस का भी भरपूर सहयोग मिला यही कारण रहा की 24 घंटे के समय से अंदर रिटर्न रैंक कैसे में पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया।