उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) द्वारा आज दिनांक 10 मार्च 2025 को भारतीय मानवविज्ञान सर्वेक्षण (ANSI), कौलागढ रोड़, देहरादून स्थित सभागार में ‘‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’’ के अवसर पर Accelerate Action: A Firm Step towards Viksit Bharat पर आधारित थीम पर वैज्ञानिक कार्यक्रम एवं Panel Discussion का संयुक्त रूप से आयोजन किया गया। कार्यक्रम में यूसर्क की निदेशक प्रो0 (डा0) अनीता रावत द्वारा अपने सम्बोधन में कहा गया कि विकसित भारत की संकल्पना को पूर्ण करने के लिये महिलाओं की सशक्त भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु महिलाओं की शिक्षा उनकी दक्षता एवं उसके आत्मविश्वास को सुदृढ़ करते हुये हम विकसित भारत की दिशा में आगे बढ़ सकते है। हमें शैक्षिक स्तर में अंतर की दूरी को कम करना होगा तथा महिलाओं हेतु रोजगार और उद्यमिता के अवसर प्रदान करने होंगे एवं डिजिटल सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड महिला आयोग की मा0 अध्यक्षा श्रीमती कुसुम कण्डवाल ने अपने संबोधन में महिलाओं के उत्थान, उनकी समाज के प्रत्येक क्षेत्र में भागीदारी, शिक्षित बनाने एवं राष्ट्र निर्माण में उनकी बढ़ती हुई भूमिका को महत्वपूर्ण संकेत बताया। उन्होंने महिला आयोग में चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताते हुये महिलाओं एवं युुवतियों की धरातलीय स्तर पर आ रही समस्याओं और उनके समाधान पर जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में एक पैनल परिचर्चा का भी आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में पैनल विशेषज्ञ के रूप में प्रो0 वर्षा पार्चा, डीन रिसर्च, डाॅल्फिन संस्थान, देहरादून ने महिलाओं की विज्ञान तकनीकी एवं शोध की स्थिति पर चर्चा करते हुये कहा कि महिलाओं को समाज के हित को ध्यान में रखते हुये शोध के विषयों का चयन किया जाना चाहिए एवं शोध के क्षेत्र में अग्रसर होने के लिए समर्पण की भावना को विकसित करनी होगी।
कार्यक्रम में पैनल विशेषज्ञ डा0 सविता रावत, प्रोफेसर एवं विभागध्यक्ष, शिक्षा संकाय डी0ए0वी0 पी.जी. काॅलेज, देहरादून ने महिलाओं के सामाजिक एवं शैक्षिक स्तर पर चर्चा करते हुये बताया कि महिलाओं एवं पुरूषों पर संसाधनों की समान पहुंच होनी जरूरी है। इसके अतिरिक्त महिलाओं के सर्वांगीण विकास हेतु गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने एवं नेतृत्व विकास की आवश्यकता है।
पैनल चर्चा में प्रतिभाग कर रही अन्य विशेषज्ञ उत्तरांचल विश्वविद्यालय, देहरादून की एसोसिएट प्रोफेसर डा0 लक्ष्मी प्रिया विंजामुरी द्वारा महिलाओं की समस्याओं से जुड़ी विभिन्न विविध पाॅलिसी, कानून, अधिकार एवं उनके समाधान के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान की।
यूसर्क के वैज्ञानिक डा0 ओम प्रकाश नौटियाल ने कहा कि समस्त समाज महिलाओं का ऋणी है। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका में है। हमें लैंगिक समानता के साथ ही महिलाओं को और अग्रणी भूमिका में लाने के लिये और भी अधिक प्रयास करने होंगे।
कार्यक्रम का Panel Discussion का संचालन डा0 मन्जू सुन्दरियाल द्वारा किया गया एवं परिचर्चा की सम्पूर्ण संस्तुतियों को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन डा0 ओम प्रकाश नौटियाल द्वारा किया गया है। कार्यक्रम में 100 से अधिक प्रतिभागियों द्वारा सक्रिय प्रतिभाग किया गया।
डा0 भवतोष शर्मा, वैज्ञानिक
मो0 8193099189