थराली/चमोली/. शासन-प्रशासन, विभाग,स्थानीय विधायक, जनप्रतिनिधियों की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को करना पड़ रहा है भारी परेशानियों का सामना। थराली गांव, सूना गांव, पैनगढ गांव, देवलग्वाड गांव को थराली नगर से जोड़ने वाला वैकल्पिक मोटर/ पैदल पुल बह गया हैं। लगातार दो दिनों से हुई मूसलाधार बारिश के कारण शनिवार शाम को लगभग 7:00 बजे के समय प्राणमति नदी का जलस्तर बढ़ गया जिस कारण वैकल्पिक मोटर/पैदल पुल बह गया हैं।
ग्रामीणों का कहना है, अब ग्रामीणों को खाद्यान्न संकट पैदा हो गया है, साथ ही स्कूली बच्चों, दुकानदारों और नौकरी पेशा लोगों का अपने गंतव्य तक पहुंचना मुश्किल हो गया है,बीमार लोगों, गर्भवती महिलाओं, आपातकालीन स्थितियों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थराली तक पहुंचना भी मुश्किल हो गया हैं, जिस कारण ग्रामीणों को अब काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, बीते वर्ष सोल क्षेत्र में बादल फटने से आई भंयकर आपदा के कारण प्राणमति नदी पर बने मोटर पुल तथा पैदल पुल दोनों ही पुल बह चुके थे, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बावजूद भी आज तक पुल का निर्माण कार्य नहीं किया गया, यह सड़क पीएमजीएसवाई विभाग के अंतर्गत है, बीते वर्ष आपदा के तुरंत बाद लोक निर्माण विभाग द्वारा यहां पर पुल बनाने की सामग्री लाई गई थी, लेकिन लगभग 1 वर्ष बीत जाने के बावजूद भी पुल का निर्माण कार्य नहीं किया गया हैं।
ग्रामीणों का कहना हैं बीते वर्ष आपदा के बाद क्षेत्रीय विधायक द्वारा ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया था कि दो से तीन माह के भीतर यहां पर पुल का निर्माण किया जाएगा, साथ ही लोक निर्माण विभाग द्वारा भी ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया था कि बहुत जल्द यहां पर वैकल्पिक पुल का निर्माण किया जाएगा और दो से तीन माह के अन्दर स्थायी पुल का भी निर्माण किया जाएगा, लेकिन वैकल्पिक पुल बनाकर व्यवस्था बना दी गई और स्थायी पुल आज तक नहीं बन पाया हैं, जिससे क्षेत्रीय लोगों को इस प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं और स्थानीय जनप्रतिनिधियों, शासन- प्रशासन तथा विभाग की लापरवाही के कारण आज भी ग्रामीण उन्हीं परेशानियों से जूझ रहे हैं जो एक वर्ष पहले थी।