महिला कांग्रेस के रुद्रपुर में हुए प्रदर्शन में महिला कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला के साथ हुए पुलिस की बर्बरता को उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने धामी सरकार का एक बदसूरत चेहरा बताया। ज्योति रौतेला के साथ हुए अमानवीय कृत्य के विरोध में देहरादून समेत प्रदेश के कई हिस्सों में धामी सरकार का पुतला दहन किया गया। दसौनी ने कहा कि एक तरफ तो धामी सरकार प्रदेश में महिला अपराधों को रोकने में पूरी तरह से असफल साबित हो रही है वहीं दूसरी ओर मुख्य विपक्षी दल के नाते यदि कांग्रेस सड़कों पर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन भी कर रही है तो उनके साथ अमानवीय और बर्बरता पूर्ण व्यवहार किया जा रहा है। दसोनी ने कहा की रुद्रपुर में पहले एक नर्स के साथ गैंगरेप और उसकी हत्या और फिर एक अवैध मदरसे में एक मौलाना के द्वारा 6 नाबालिग बच्चियों के साथ उर्दू पढ़ने के बहाने से पॉर्न वीडियो दिखाकर यौन शोषण का मामला सामने आते ही महिला कांग्रेस सड़कों पर उतर आई। अपनी और अपनी सरकार की किरकिरी होता देख, नाकामी को छुपाने के लिए रुद्रपुर के विधायक शिव अरोड़ा ने कांग्रेस पर मुस्लिम तुष्टिकरण का अनर्गल आरोप मढ दिया ,जिस बयान को सुनकर महिला कांग्रेस आग बबूला हो गई और उन्होंने रुद्रपुर में वृहद प्रदर्शन करने की ठानी, परंतु प्रदर्शन के दौरान मौके पर महिला पुलिस के साथ-साथ पुरुष पुलिस भी तैनात थी और महिला प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला के साथ पुलिस प्रशासन के पुरुषों ने लाठी डंडे का इस्तेमाल किया वह निंदनीय ही नही भर्तस्नीय भी है। दसौनी ने पुष्कर सिंह धामी सरकार पर लानत भेजते हुए कहा की एक तरफ तो महिलाओं को देवी कहकर उनकी पूजा करने का ढोंग करते हो और दूसरी तरफ महिलाओं को सुरक्षा तक नहीं दे पाते? पुष्कर सिंह धामी की इस दमनात्मक नीति की निंदा करते हुए मुख्य प्रवक्ता गरिमा ने कहा कि यदि रुद्रपुर में ज्योति रौतेला पर किए गए इस दुर्व्यवहार की जांच और संलिप्त पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही नहीं होती है तो आंदोलन और उग्र होगा, महिला कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक सरकार को चैन से नहीं बैठने देगी।
गरिमा मेहरा दसौनी
मुख्य प्रवक्ता
उत्तराखंड कांग्रेस