Sunday, December 8, 2024
Google search engine
Homeउत्तराखंडगढ़वाल की 1952 की प्राचीन ' भव्य - रामलीला ' के सफल...

गढ़वाल की 1952 की प्राचीन ‘ भव्य – रामलीला ‘ के सफल समापन ने समाज के अनेक वर्गों को जोड़ते हुए 55 लाख से अधिक दर्शकों के साथ बनाया अनोखा कीर्तिमान

 

” श्री रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952, देहरादून (पंजी.)” द्वारा गढ़वाल की ऐतिहासिक राजधानी – पुरानी टिहरी प्राचीन रामलीला को टिहरी के जलमग्न होने के बाद देहरादून में पुनर्जीवित करने का संकल्प लिया और इस हेतु देहरादून के टिहरी–नगर के “आजाद मैदान, निकट बंगाली कोठी, दून यूनिवर्सिटी रोड, देहरादून ” में 11 दिन की ‘भव्य रामलीला’ का मंचन शारदीय नवरात्रों में आयोजन 3 से 13 अक्टूबर 2024 तक सफल आयोजन के उपरांत रामलीला समिति ने बैठक कर । सकुशल समापन के उपरांत गढ़वाल की प्राचीन प्रथा के अनुरूप “हनुमान ध्वजा विस्थापित” हवन पूजन व भंडारे द्वारा किया गया।

“श्री रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952, देहरादून ” के अध्यक्ष अभिनव थापर ने कहा की गढ़वाल को 1952 की प्राचीन रामलीला में हमने पौराणिकता के साथ आधुनिक तकनीक का संगम किया जिससे हमारी रामलीला को 27 विभिन्न वेबपोर्टल के द्वारा 09.11.2024 तक रिकॉर्ड 55,00,400 दर्शकों ने देखा। उत्तराखंड में आजतक किसी सामाजिक या सांस्कृतिक कार्यक्रम को ऑनलाईन देखने का यह 55 लाख से अधिक दर्शकों का सर्वाधिक कीर्तिमान बना।

उल्लेखनीय है की समाज के हर वर्ग–उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक कलाकार, बॉलीवुड, नेता शक्ति कपूर, समाज सेवी, साधु संत, मातृ–शक्ति, राज्य आंदोलनकारी, कामगार यूनियन, दून व्यापार मंडल श्री गंगा सभा, विक्रम यूनियन, ऑटो यूनियन व कई वर्गों के जोड़ने वाली इस अद्भुत रामलीला को समस्त उत्तराखंड में 27 से अधिक क्षेत्रीय पोर्टलों पर 09.11.2024 तक रिकॉर्ड 55,00,400 दर्शकों ने देखा गया।सोशल मीडिया के विभिन्न Platform द्वारा यह रामलीला 55 लाख से अधिक दर्शकों ने देखा व 1 करोड़ से अधिक लोगों तक पहुंचाया गया, जो उत्तराखंड में रामलीला आयोजन का अपने आप में एक कीर्तिमान है। उत्तराखंड में लेजर शो, Digital Screen, Live Telecast System, के साथ पहली बार लेजर द्वारा “मेघनाथ- हनुमान नागपाश, लक्ष्मण शक्ति, लक्ष्मण रेखा, राम–रावण युद्ध, सीता अग्निपरीक्षा ” व “उड़ने वाले हनुमान , नदी में केवट लीला” जैसे कई तकनीकी दृश्यों के साथ इतनी भव्य रामलीला का सफल आयोजन हुआ।

रामलीला समिति व अध्यक्ष अभिनव थापर के अधिकृत pages के अतिरिक्त रामलीला का live प्रसारण करने के लिये अन्य वेब पोर्टल जैसे – पहाड़ TV, खबर उत्तराखंड, खबर गढ़वाल, उत्तराखंड live, बदलता श्रीनगर, देवभूमि लाइव, बदलता गोपेश्वर, न्यू टिहरी, प्राउड पहाड़ी, बीस साल, न्यूज नेत्र, बदलता विकासखंड नंदानगर, जयेंद्र चंद रमोला- ऋषिकेश, नमस्ते फ्रॉम उत्तराखंड, नंदनचल न्यूज, रामलीला टिहरी, उत्तराखंड हलचल, JMD लाइव, खबर गढ़वाल, किमोली गांव, उत्तराखंड लाइव, ई– रुद्रप्रयाग, द उत्तराखंड कैपिटल, सीक्रेट्स ऑफ उत्तराखंड, देहरादून लाइव, देहरादून की आवाज़, पहाड़ी हू ब्रो का रामलीला समिति हृदय से धन्यवाद व आभार प्रकट करती है, जिन सबके सहयोग से 55 लाख से अधिक दर्शको ने रामलीला मंचन को देखा व 1 करोड़ से अधिक लोगों तक पहुंचे।

रामलीला के समापन दिवस में 1952 से आजतक के पुराने कलाकारों व उनके परिवार को सम्मानित किया गया, क्योंकि इस रामलीला को 1952 से सफल बनाने में हर एक व्यक्ति का योगदान रहा। कार्यक्रम में सभी पात्रों, समन्वय समिति, स्वयंसेवक समिति, गायक और संगीतकार को रामलीला समिति द्वारा सम्मानित किया गया। इस रामलीला में चौपाई, कथा, संवाद, मंचन आदि सब टिहरी की 1952 से चली आ रही प्रसिद्ध व प्राचीन रामलीला के जैसे हुआ। समिति की बैठक में अध्यक्ष अभिनव थापर, अमित पंत, गिरीश पांडेय, नरेश मुल्तानी, दुर्गा भट्ट, गिरीश पैन्यूली, शशि पैन्यूली, निवेदिता जोशी, किरण बहुगुणा, सरिता जुयाल, नीता बहुगुणा, कौशल्या असवाल आदि ने भाग लिया।

जय श्री राम !

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Advertisement

spot_img

MDDA

spot_img

Latest News

STAY CONNECTED

123FansLike
234FollowersFollow
0SubscribersSubscribe