आज सचिन थपलियाल ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए केंद्र सरकार पर मनमाने ढंग से उत्तराखंड के उपर तानाशाही करने का आरोप लगाया- प्रदेश अध्यक्ष, आम आदमी पार्टी (युवा मोर्चा) ।।
सचिन ने केंद्र की भाजपा सरकार पे उत्तराखंड के उपर “कब्जा” करने और मनमानी ढंग से शोषण करने का आरोप लगाया है। वित्तीय निर्भरता और संसाधन आवंटन के कारण उत्तराखंड को काफ़ी हद तक नुकसान उठाना पड़ रहा है जैसे जीएसटी लागू होने के बाद राज्य का कर संग्रह का अधिकार कम हुआ,
दूसरा केंद्र सरकार द्वारा अपने कुछ पूंजीपति दोस्तो के लिए प्राकृतिक संसाधनों का दुरूपयोग किया जा रहा है जैसे पहाड़ों में ब्लास्टिंग, पेड़ो जंगलों का कटान औऱ नदियों का बड़े पैमाने पर प्रकृति दोहन टनल्स, बड़े बड़े डेम्स एक बड़ी विनाशलीला के संकेत है ऐसे में लोगो को काफ़ी क्षति हो सकती है आम आदमी पार्टी उत्तराखंड के लिए “सेफ गॉर्ड” कानून व्यवस्था की माँग करती है
तीसरा केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखंड जलविद्युत उत्पादन में महत्वपूर्ण है, जिसे “ऊर्जा प्रदेश” भी कहा जाता है लेकिन कई बड़ी जलविद्युत परियोजनाएँ जैसे टिहरी बाँध केंद्र सरकार के नियंत्रण में हैं। लोग अक्सर शिकायत करते हैं कि इन परियोजनाओं से उत्पन्न बिजली का बड़ा हिस्सा अन्य राज्यों को जाता है, जबकि उत्तराखंड को पूरा लाभ नहीं मिलता, आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में 300 यूनिट मुफ़्त बिज़ली की माँग करती है।
चौथा केंद्र सरकार के पास कई कानून और आपातकालीन शक्तियाँ हैं केंद्र की भाजपा सरकार ने अतीत में कई बार राज्यों की निर्वाचित सरकारों को बर्खास्त करने के लिए इस्तेमाल किया है जैसे कि केंद्र ने 2016 में हरीश रावत सरकार को बर्खास्त करने का प्रयास किया हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इसे असंवैधानिक ठहराया था। आम आदमी पार्टी इसे केंद्र की तानाशाही व मनमानी प्रवृत्ति का सबूत मानती हैं।
पांचवा केंद्र की भाजपा सरकार राज्यों के नीतिगत आक्रमण के जरिये राज्यों की सांस्कृतिक पहचान को ख़त्म कर रही है जैसे हालिया में समान नागरिक संहिता (UCC) को उत्तराखंड में लागू करने का फैसला केंद्र के समर्थन से हुआ, लेकिन उत्तराखंड का स्थानीय समाज इस काले कानून का विरोध कर रहा है
केंद्र की भाजपा सरकार की उत्तराखंड के उपर “मनमानी” और “शोषण” सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक संदर्भों में भी हैं। उत्तराखंड की आम आदमी पार्टी केंद्र की इस तानाशाही को ख़ारिज कर उत्तराखंड राज्य गठन के वैचारिक स्वाराज स्वरूप में उत्तराखंड को चाहती है ।