डीजीपी ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की पुलिस तैयारियों की की समीक्षा
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊँ परिक्षेत्र रिद्धिम अग्रवाल सहित सभी जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जुड़े बैठक से
देहरादून। उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2025 के पहले चरण को व्यवस्थित रूप से संपन्न कराने को लेकर डीजीपी ने सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की।
आज उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश मैं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम चरण को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से सरदार पटेल भवन देहरादून में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के दोनों परिक्षेत्र एवं समस्त जनपद प्रभारियों के साथ विस्तृत समीक्षा गोष्ठी आयोजित की।
देहरादून से आयोजित इस उच्चस्तरीय बैठक में गढ़वाल व कुमाऊं मंडल के सभी जनपदों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, तथा निर्वाचन से जुड़े पुलिस नोडल अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी मतदान के दौरान शांति, सुरक्षा और निष्पक्षता सुनिश्चित करना रहा।
बैठक में कानून व्यवस्था एवं निर्वाचन के पुलिस नोडल अधिकारी, पुलिस महानिरीक्षक डॉक्टर नीलेश आनंद भरणे द्वारा राज्य भर में पंचायत चुनाव के प्रथम चरण की पुलिस तैयारी, फोर्स की तैनाती आदि से पुलिस महानिदेशक को अवगत कराया गया । साथ ही सभी जनपदों द्वारा भी अपने फीडबैक से अवगत कराया गया। डॉ. नीलेश आनंद भरणे द्वारा राज्यभर में चुनाव सुरक्षा की तैयारियों, बल की तैनाती, संवेदनशील एवं अति संवेदनशील बूथों की स्थिति, निरोधात्मक कार्यवाहियों और अन्य व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी DGP को दी गई। इस दौरान सभी जनपद प्रभारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों की वस्तुस्थिति और फीडबैक भी साझा किया।
पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने इस अवसर पर कई अहम निर्देश जारी किए, जिनमें आदर्श आचार संहिता के सख्त अनुपालन, मतदान दलों की सुरक्षित आवाजाही, संभावित आपदाओं से निपटने की तैयारी, सोशल मीडिया की निगरानी, व अराजक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने जैसे बिंदु शामिल थे। 15 करोड़ से अधिक की बरामदगी, हजारों की धरपकड़, राज्य पुलिस द्वारा की गई निरोधात्मक कार्रवाई के तहत 20,400 लीटर अवैध शराब बरामद की गई है, जिसकी अनुमानित कीमत ₹1.32 करोड़ बताई गई है। इसके अतिरिक्त 145 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थों की जब्ती हुई है, जिनकी अनुमानित कीमत ₹13.70 करोड़ के आसपास है।
राज्य भर में कुल 2,778 मामलों में 20,288 व्यक्तियों का चालान किया गया है, जिनमें से 7,682 लोगों को पाबंद किया गया। साथ ही, लगभग 86% लाइसेंसी हथियारों को संबंधित जनपदों में जमा करा लिया गया है, ताकि मतदान प्रक्रिया के दौरान किसी भी तरह की हिंसा की आशंका को खत्म किया जा सके।
पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने सभी अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि पंचायत चुनाव लोकतंत्र का महत्वपूर्ण पर्व है और प्रत्येक मतदाता को भयमुक्त, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण वातावरण में मतदान का अधिकार मिलना चाहिए। उन्होंने चेताया कि जो कोई भी इस प्रक्रिया में विघ्न डालने का प्रयास करेगा, उसके विरुद्ध सख्त और त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने निर्देश दिए कि कांवड़ यात्रा में तैनात पुलिस बल को समय रहते उनके गृह जनपदों में चुनाव ड्यूटी के लिए भेजा जाए, मौसम की स्थिति पर लगातार नजर रखी जाए, और किसी भी आपदा की आशंका को देखते हुए एसडीआरएफ एवं राज्य आपदा प्राधिकरण के साथ समन्वय स्थापित रखा जाए।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के इस महत्त्वपूर्ण चरण से पूर्व उत्तराखंड पुलिस की व्यापक तैयारी यह दर्शाती है कि प्रशासन चुनाव को लेकर पूरी तरह गंभीर और सजग है। अब यह मतदाताओं पर निर्भर करता है कि वे पूरे उत्साह, निर्भीकता और लोकतांत्रिक भावना के साथ मतदान में भाग लें, ताकि पंचायत स्तर पर एक मजबूत, पारदर्शी और जवाबदेह नेतृत्व का निर्माण हो सके।
बैठक में विम्मी सचदेवा (पुलिस महानिरीक्षक, मुख्यालय), डॉ. नीलेश आनंद भरणे (पुलिस महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था) केएस नाग्न्याल (पुलिस महानिरीक्षक अभिसूचना), मुख्तार मोहसिन (पुलिस महानिरीक्षक अग्निशमन),अरुण मोहन जोशी (पुलिस महानिरीक्षक, एसडीआरएफ), डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत (पुलिस महानिरीक्षक कार्मिक), राजीव स्वरूप (पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र), धीरेन्द्र सिंह गुन्ज्याल (पुलिस उपमहानिरीक्षक अपराध) सहित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह, और पुलिस अधीक्षक अपराध कमलेश उपाध्याय मौजूद रहे।