उत्तराखंड राज्य में तकनीकी शिक्षा के उन्नयन हेतु स्थापित वीर माधव सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) का आज सोमवार को 21वां स्थापना दिवस तथा 3रा एल्यूमिनी मीट कार्यक्रम का आयोजित हुआ। कार्यक्रम में माननीय मंत्री तकनीकी शिक्षा श्री सुबोध उनियाल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय और परिसर संस्थानों में शिक्षकों की नियमित नियुक्ति का अधिकार विश्वविद्यालय को दिया जाना सरकार के विचाराधीन है । इस अवसर पर मंत्री सुबोध उनियाल द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में बैंक संचालक के लिए निर्मित बैंक बिल्डिंग का लोकार्पण किया गया। साथ ही माननीय मंत्री द्वारा विश्वविद्यालय में साइबर सुरक्षा से संबंधित चुनौतियों व रणनीति विषय पर आधारित एक दिवसीय सेमिनार का उद्घाटन कर साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहे विशेषज्ञों और विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में जहां नई-नई टेक्नोलॉजी समाज को सुविधा संपन्न बना रही है, वहीं दूसरी तरफ कई चुनौतियां सामने खड़ी हो जाती है। साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में देश दुनिया के सामने आ रही चुनौतियों में से निपटने के बारे में विशेषज्ञों के साथ ही छात्र समुदाय को समुचित समाधान ढूंढने का उन्होंने आवाहन किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा की नई टेक्नोलॉजी का सकारात्मक सोच के साथ प्रयोग से ही देश और दुनिया की प्रगति के सुखद परिणाम देखने को मिल सकते हैं। देश में अच्छे टेक्नोलॉजिस्ट का विशेषज्ञता के साथ माइग्रेट को रेखांकित करते हुए माननीय मंत्री ने कहा कि भारत युवा शक्ति वाला देश है और यहां की युवा देश के अंदर ही अच्छे पैकेज मिलने लगे तो उन्हें माइग्रेट होने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। यह तभी संभव होगा जब हम अपने शिक्षण संस्थाओं व विश्वविद्यालय में योग्य शिक्षकों और उच्च कोटि के तकनीकी संसाधनों की प्राप्त उपलब्धता सुनिश्चित कर सकेंगे। प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने की उन्होंने सराहना की। उन्होंने विश्वविद्यालय पारदर्शिता के साथ डिजिटाइजेशन में और बेहतर प्रयास की आशा की। इस दौरान माननीय मंत्री ने विश्वविद्यालय के डिजिटल साइंस सेविनियर को भी लॉन्च किया। इस अवसर पर उन्होंने सेमिनार में उपस्थित साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे विशेषज्ञों से आवाहन किया कि वनाग्नि प्रबंधन के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का प्रयोग हो ताकि इस तरह की आपदा से निपटने में आसानी हो। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जंगल ही जमीन है जिसके द्वारा स्वच्छ भारत, हवा, पानी मिल सकता है और छात्रों को परिवार व माता-पिता के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझना चाहिए।
प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने भी अपनी वीडियो संदेश के माध्यम से विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए अपने संबोधन में विश्वविद्यालय द्वारा किया जा रहा रिफॉर्म व स्थापना दिवस, एलुमिनी मीट आदि कार्यों के आयोजन पर विश्वविद्यालय को बधाई दी।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओमकार ओमकार सिंह ने इस अवसर पर उपस्थित पूर्व छात्रों तथा अतिथियों का स्वागत करते हुए सभी को विश्वविद्यालय की प्रगति से अवगत कराया। इस अवसर पर यूटीयू समाधान पोर्टल भी लॉन्च किया गया। जिससे औद्योगिक और तकनीक की समस्याओं को एकत्रित कर विश्वविद्यालय द्वारा समाधान हेतु संस्थान शिक्षकों और छात्रों को नामित किया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सत्येंद्र सिंह द्वारा उपस्थित सभी सम्मानितजनों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया। राज्य के प्रौद्योगिकी संस्थान विभिन्न परिसर संस्थान के निदेशक, शिक्षक एवं विश्वविद्यालय के अधिकारी, शिक्षक कर्मचारी और छात्र-छात्रायें इस अवसर पर उपस्थित रहे।