उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क), सूचना एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग, उत्तराखंड शासन द्वारा हरेला सप्ताह के अंतर्गत आज दिनांक 20 जुलाई को उत्तराखण्ड के लोक पर्व हरेला को सरस्वती विद्या मंदिर मांडूवाला, देहरादून में मनाया गया । यूसर्क की निदेशक प्रोफेसर (डा0) अनीता रावत ने कहा कि हरेला पर्व हम सभी को प्रकृति से जोड़ता है । उन्होंने कहा कि भारतीय ज्ञान विज्ञान परंपरा और संस्कृति में प्रकृति के पांच महाभूतों को जीवन के लिए बहुत आवश्यक माना गया है। हरेला पर्व प्रकृति को समर्पित लोक पर्व है, हम सभी को पौधारोपण करने के साथ साथ उसकी वर्ष भर देखभाल भी करनी चाहिए।
सरस्वती विद्या मंदिर मांडूवाला, देहरादून के प्रधानाचार्य श्री राकेश मेंदोला ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का परिचय कराया तथा हरेला कार्यक्रम की भूमिका एवं इतिहास पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो0 जगमोहन सिंह राणा ने हरेला पर्व को पर्यावरण के संरक्षण एवं जैवविविधता संरक्षण हेतु महत्वपूर्ण बताया। प्रो0 राणा ने कहा कि आज हम सभी को प्रकृति संरक्षण करने की अत्यन्त आवश्कता है। भारतीय संस्कृति शुरू से ही प्रकृति संरक्षण केन्द्रित रही है। उन्होंने कहा आस पास आयोजित होने वाले विभिन्न मांगलिक कार्यों में पोधारोपण की संस्कृति को बढ़ावा देने का आह्वान किया। उन्होंने छात्र-छात्राओं से वैज्ञानिक संवाद करते हुए कहा कि विचारों से ही संस्कार आते हैं और यदि आपके विचार अच्छे हैं तो आपके संस्कार भी अच्छे होंगे और यही जीवन का मूलमंत्र है। उन्होंने कहा कि आज हमारी और आपकी पीढ़ी के द्वारा किए गए कार्य हमारे जीवन की दशा को उन्नत बनाने के साथ साथ राष्ट्र को भी आगे ले जायेंगे।
यूसर्क के वैज्ञानिक डॉ भवतोष शर्मा ने कहा कि प्रकृति को समर्पित उत्तराखण्ड के लोक पर्व हरेला यूसर्क द्वारा हरेला सप्ताह के रूप में दिनांक 15 जुलाई से 22 जुलाई 2024 तक प्रदेश के विभिन्न शिक्षण संस्थानों, यूसर्क विज्ञान चेतना केन्द्र मे मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज हरेला पर्व उत्तराखंड राज्य के बाहर भी भारत के अन्य राज्यों में भी मनाया जा रहा है। डॉ शर्मा ने कहा भारतीय संस्कृति और जीवन पद्धति प्राचीन समय से ही पर्यावरण संरक्षण को समर्पित रही है। आज हम सभी को अपने अपने घर और विद्यालय से पर्यावरण संरक्षण संबंधी कार्यों को प्रारंभ करते हुए समाज में ले जाने की जरूरत है और आम जन मानस को प्रेरित करते हुए जोड़ना है।
विद्यालय के छात्र छात्राओं ने हरेला पर्व एवं पर्यावरण संरक्षण संबंधी विभिन्न पोस्टर बनाए जिसको अतिथियों द्वारा बहुत सराहा गया। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन शिक्षिका कुमारी कनिका शर्मा ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से यूसर्क के वैज्ञानिक डॉ भवतोष शर्मा, इंजीनियर उमेश जोशी, विद्यालय के शिक्षक श्री राहुल भट्ट, श्री नरेंद्र नेगी, विद्यालय से कार्यक्रम समन्वयक श्रीमती सुषमा जोशी सहित 300 छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया।
डॉ भवतोष शर्मा
वैज्ञानिक
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