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Monday, October 13, 2025
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राज्य समेकित विकास परियोजना से किसानों की आय बढ़ाने पर मंथन प्रोजेक्ट डायरेक्टर के अधिकारियों की साथ ही परियोजना के कार्यों की समीक्षा

राज्य समेकित विकास परियोजना के परियोजना निदेशक एमपी त्रिपाठी ने बुधवार को अधिकारियों के साथ परियोजना के अंतर्गत कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में देहरादून जिले की समितियों के सचिव और एडीओ को-आॅपरेटिव ने फिजिकली तथा अन्य जिलों से 40 अधिकारियों ने ऑनलाइन हिस्सा लिया।

परियोजना निदेशक श्री एम पी त्रिपाठी ने कहा कि परियोजना से संबंधित जो भी कार्य किसानों के लिए किए जा रहे हैं, वह धरातल पर दिखाई देने चाहिए। देहरादून जिले में पोल्ट्री फार्मिंग की ज्याद संभावनाएं हैं, इस ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि परियोजना से चार समितियों को 15-15 लाख रुपए का लोन दिया गया है, जिसमें से 16 लाख ही खर्च हुए हैं। शेष पैसों को लाभार्थियों की संयुक्त सहकारी खेती में खर्च किया जाए और आमदनी बढ़ाई जाए।
एडीओ नोडल अशोक नैथानी ने बताया कि लाखामंडल में जोशीमठ से तुमड़ी आलू का 2068 कुंतल बीज और हिमाचल प्रदेश के कुफरी से जोती आलू 85 कुंतल बीज मागटी समिति में लाकर किसानों को दिया गया है। जोती आलू की डिमांड कोलकाता मंे ज्यादा है। श्री त्रिपाठी ने शहद और मशरूम के कार्यों की प्रगति पर चिंता व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि समस्त जनपद में शहद और मशरूम के लाभार्थियों के लिए सहकारिता के अधिकारी डीसीडीएफ का सहयोग करें।
उधमसिंह नगर से जिला सहायक निबंधक ने बताया सिलेज के लिए उधमसिंह नगर में जगह तलाश कर ली गई है। सरोना के सचिव ने बताया कि सहस्त्रधारा मे होम स्टे का एस्टिमेट तैयार कर लिया गया है, जिसे परियोजना मे प्रस्तुत किया जायेगा।
परियोजना निदेशक एमपी त्रिपाठी ने कुकुड़ पालन के लिए लोन के रुप में आवंटित 7 करोड़ 50 लाख रुपए 600 लाभार्थियों को बांटने के निर्देश दिए। इनमें से 473 लाभार्थी देहरादून के हैं। त्रिपाठी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि संयुक्त सहकारी खेती के लिए 50 एकड़ भूमि एक स्थान पर नही मिल रही है तो उपलब्ध भूमि पर भी संयुक्त खेती कर दी जाय।
परियोजना निदेशक पशुपालन डा. डिमरी ने बताया कि 10 हजार केपेसिटी के चूजे रखने के पोल्ट्री हाउस बनाएं। अधिक कैपेसिटी के पोल्ट्री हाउस में चूजों को रखने में दिक्कत आ सकती है। परियोजना निदेशकश्री त्रिपाठी ने कॉपरेटिव के अधिकारियों को निर्देश दिया कि पोल्ट्री से संबंधित कार्य में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से परामर्श करें।
बैठक में भरत सिंह, वीर भान सिंह, बलबीर सिंह चैहान, जय प्रकाश, कर्म सिंह, नीतू चैहान, जुल्फ मोहम्मद, नरेंद्र सिंह नेगी, अरविंद बडोनी संदीप सिंह पंकज सिंह सैनी पीएस पोखरियाल, प्रबंधक मनोज रावत ने हिस्सा लिया।

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