मस्तिष्क स्वास्थ्य दिवस 10 अक्टूबर पर अगर आंकड़ों की बात करें तो लगभग 20% युवाओं के डिप्रेशन स्ट्रेस फेर फोबियस डिसऑर्डर सुसाइडल टेंडेंसीज एंजायटी रिलेशनशिप पेरेंटिंग इश्यूज एडजस्टमेंट मैं बड़ौती हुई है
इन सब के पीछे महत्वाकांक्षा का पूरा न होना जीवन के प्रति जागरूक न होना और बहुत छोटी-छोटी बातों पर गुस्से को बढ़ जाना और एक बड़ा आंकड़ा जो स्क्रीन टाइम है भी है युवा वर्ग अध्यात्म से भी बहुत दूर है बस छोटे समय में अपनी इच्छाओं को पूरी करने की दौर लगी है
युवाओं को इस तरह की विसंगतियों से बचने के लिए अपने टाइम टेबल को फोकस करना चाहिए जो समय बहुत बेस कीमती है जो लौटकर कभी नहीं आएगा उसे समय में अपनी समस्त महत्त्व कांक्षाओं को और सपनों को पूरा करने के लिए लग जाना चाहिए अन्यथा परिणाम के लिए तैयार है
डॉ मुकुल शर्मा
मनोवैज्ञानिक
युवाओं की समस्याओं को समाधान देने के एक्सपर्ट