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 चिकित्सा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 26 चिकित्सकों को “स्वास्थ्य संवाद एवं चिकित्सा सेवा सम्मान समारोह–2025″से किया गया सम्मानित

सेवा और संवेदना से बनता है सच्चा चिकित्सक- अजय टम्टा

सेवा भाव और समर्पण उन्हें विशिष्ट बनाता है- सुबोध उनियाल

उत्तराखंड को एक मॉडल हेल्थ स्टेट बनाने की दिशा में पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं – बंशीधर तिवारी

उत्तराखंड में चिकित्सा क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने वाले 26 चिकित्सकों को विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन व उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में  देहरादून में “स्वास्थ्य संवाद एवं चिकित्सा सेवा सम्मान समारोह–2025” से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम देहरादून के सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी ऑडोटोरियम में किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री, सड़क परिवहन अजय टम्टा, अति विशिष्ट अतिथि कैबिनेट मंत्री उत्तराखंड सरकार, सुबोध उनियाल, विशिष्ट अतिथि अध्यक्ष राज्य महिला आयोग, कुसुम कंडवाल, अपर सचिव मुख्यमंत्री एवं महानिदेशक, सूचना बंशीधर तिवारी, निदेशक, चिकित्सा शिक्षा आशुतोष सयाना ने शिरकत की। “स्वास्थ्य संवाद एवं चिकित्सा सेवा सम्मान समारोह–2025” में 26 उत्कृष्ट चिकित्सकों को सम्मानित किया गया ।

“स्वास्थ्य संवाद एवं चिकित्सा सेवा सम्मान समारोह–2025” कार्यक्रम राज्यभर में उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं देने वाले चिकित्सकों को सम्मानित करने एवं चिकित्सा क्षेत्र में संवाद को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उत्तराखंड के विभिन्न जनपदों से आए 31 समर्पित और प्रतिष्ठित चिकित्सकों को उनके अनुकरणीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर चिकित्सा, पत्रकारिता, साहित्य और तकनीक के क्षेत्र में भी नवाचार और उपलब्धियों का मंचन हुआ।

स्वास्थ्य सेवा आज केवल इलाज नहीं, एक भरोसे की प्रणाली है- अजय टम्टा
मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री, सड़क परिवहन अजय टम्टा ने कहा डॉक्टर समाज का मेरुदंड हैं। कोरोना काल हो या दुर्गम क्षेत्रों में सेवा, हमारे चिकित्सकों ने जो योगदान दिया है वह अभूतपूर्व है। उत्तराखंड जैसे राज्य में, जहां भौगोलिक चुनौतियां बहुत बड़ी हैं, वहां स्वास्थ्य सेवाओं में डिजिटल हेल्थ प्लेटफॉर्म, ई-हॉस्पिटल मैनेजमेंट, और टेलीमेडिसिन जैसी पहलों की अत्यधिक आवश्यकता है और इसके क्रियान्वयन में डॉक्टरों की भागीदारी बहुत अहम है। मैं इस मंच के माध्यम से यह कहना चाहूंगा कि अब समय आ गया है जब चिकित्सा सेवाओं को सिर्फ दया और करुणा नहीं, प्रबंधन और नवाचार के चश्मे से भी देखा जाना चाहिए। ऐसे आयोजन, जो सेवा और समर्पण को सार्वजनिक रूप से पहचान देते हैं, दरअसल एक नई संस्कृति की शुरुआत करते हैं जहाँ सेवा देने वाले को ‘सम्मान’ ही नहीं, एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाता है। मैं सभी सम्मानित चिकित्सकों को शुभकामनाएं देता हूं और आयोजकों को साधुवाद देता हूं जिन्होंने इस मंच के माध्यम से समाज के मौन नायकों को सामने लाने का कार्य किया।

सेवा भाव और समर्पण उन्हें विशिष्ट बनाता है- सुबोध उनियाल
अति विशिष्ट अतिथि कैबिनेट मंत्री, उत्तराखंड सरकार सुबोध उनियाल ने कहा चिकित्सक न केवल एक पेशेवर हैं, बल्कि वे समाज के लिए एक प्रेरक शक्ति भी हैं। उन्हें सम्मान देना सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि समाज की जिम्मेदारी है। आज के समय में जबकि स्वास्थ्य सेवाएं कई चुनौतियों से घिरी हैं, डॉक्टरों का सेवा भाव और समर्पण उन्हें विशिष्ट बनाता है। इस कार्यक्रम में सम्मानित चिकित्सक, समाज को यह संदेश दे रहे हैं कि मानवता और सेवा के मूल्यों को अपनाकर कोई भी व्यक्ति समाज के लिए प्रेरणा बन सकता है। मैं उन्हें नमन करता हूं और आयोजकों को बधाई देता हूं जिन्होंने इन नायकों को मंच प्रदान किया।

महिला चिकित्सक समाज के पुनर्निर्माण की अग्रणी हैं- कुसुम कंडवाल
विशिष्ट अतिथि अध्यक्ष, राज्य महिला आयोग कुसुम कंडवाल ने कहा महिला चिकित्सकों की भागीदारी और नेतृत्व आज स्वास्थ्य सेवाओं में सशक्तिकरण का प्रतीक बन चुकी है। हमें गर्व है कि कई महिला चिकित्सक दुर्गम इलाकों में भी अपनी सेवाएं दे रही हैं। ऐसे आयोजनों से उनकी भूमिका और अधिक सशक्त होती है।

उत्तराखंड को एक मॉडल हेल्थ स्टेट बनाने की दिशा में पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं – बंशीधर तिवारी
इस अवसर पर सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा चिकित्सा सेवा अब एक मानवीय तकनीक आधारित व्यवस्था है, जिसमें उत्तराखंड आगे बढ़ रहा है, सरकार इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है, चाहे वह ई-हॉस्पिटल सिस्टम, टेलीमेडिसिन, हेल्थ डैशबोर्ड, या आधुनिक सूचना तकनीकों के माध्यम से सेवाओं को सशक्त बनाने की बात हो। सूचना विभाग की ओर से हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हर जनपद तक सही स्वास्थ्य सूचना और संसाधन पहुंचे। डॉक्टरों को सम्मानित करना केवल एक औपचारिक कृत्य नहीं, बल्कि समाज की ओर से उनकी निःस्वार्थ सेवा को सार्वजनिक रूप से मान्यता देना है। ये चिकित्सक हमारे मौन नायक हैं जिनकी सेवा बिना किसी प्रचार के समाज की रीढ़ बनती है। इस सम्मान समारोह ने यह साबित कर दिया है कि समाज अब ऐसे लोगों को पहचानना और सराहना सीख रहा है जो सच में बदलाव ला रहे हैं। मैं आयोजकों को हृदय से बधाई देता हूं कि उन्होंने ऐसे मंच की रचना की, जहां सेवा, समर्पण और समाज का सच्चा संवाद स्थापित हुआ। राज्य सरकार की ओर से मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम आने वाले वर्षों में उत्तराखंड को एक मॉडल हेल्थ स्टेट बनाने की दिशा में पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे हैं।

विशिष्ट अतिथि निदेशक, चिकित्सा शिक्षा, उत्तराखंड डॉ. आशुतोष सयाना ने कहा चिकित्सा शिक्षा और व्यवहार में संतुलन आवश्यक है। चिकित्सा संस्थानों से निकलने वाले छात्रों को मानवीय मूल्यों के साथ प्रशिक्षित किया जाना चाहिए। जो चिकित्सक आज सम्मानित हुए हैं, वे युवा डॉक्टरों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता विचार एक नई सोच संगठन के अध्यक्ष डॉ. एस.डी. जोशी ने की, जिन्होंने कहा कि यह मंच समाज के विभिन्न क्षेत्रों को जोड़ने और उन्हें सम्मान देने का कार्य करता रहेगा। उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष अरुण शर्मा ने सभी अतिथियों, चिकित्सकों और आयोजन से जुड़े सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। संस्था के संरक्षक मनोज इष्टवाल ने संस्था के कार्यों व पिछले 10 सालों की उपलब्धियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम का सफल संचालन संस्था के सचिव राकेश बिजलवाण ने किया। इस अवसर पर पत्रकार एवं लेखक मनोज इष्टवाल की पुस्तक “वो साल चौरासी” का लोकार्पण भी हुआ, साथ ही उत्तराखंड के पहले ओटीटी ” वीडियो अर्लाम” को भी लॉन्च किया गया। वरिष्ठ पत्रकार व लेखक गणेश खुगसाल गणि व प्रेम पंचोली ने किताब की समीक्षा करते हुए इसके विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। वहीं राज्य के पहले ओटीटी वीडियो अर्लाम के बारे में बताते हुए इसके निर्माता वैभव गोयल ने कहा इसको प्ले स्टोर से डाउनलोड करके मात्र 99 रूपये में आप सालभर उत्तराखंडी फिल्मों का आनंद ले सकते हैं।

सम्मानित होने वाले चिकित्सक

डॉ अंजली नौटियाल, वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ, देहरादून।
डॉ भागीरथी जोशी, स्त्री रोग विशेषज्ञ, हल्द्वानी, जनपद नैनीताल।
डॉ उषा भट्ट, पैथोलॉजिस्ट, हल्द्वानी, जनपद नैनीताल।
डॉ शिव मोहन शुक्ला, सीएमओ, जनपद पौड़ी गढवाल।
डॉ सुनील शर्मा, जनरल फिजीशियन, जिला चिकित्सालय, पौड़ी गढ़वाल।
डॉ एल डी सेमवाल, सीएमएस, जिला चिकित्सालय, जनपद पौड़ी गढ़वाल।
डॉ विमल सिंह गुसांई, सीएमएस, उपजिला चिकित्सालय, श्रीनगर, पौड़ी गढ़वाल।
डॉ अविनाश खन्ना, स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम, देहरादून।
डॉ आलोक सेमवाल, बाल रोग विशेषज्ञ, देहरादून।
डॉ राजलक्ष्मी, मुंघड़ा, स्त्री रोग विशेषज्ञ, देहरादून।
डॉ सोनाली मंडल, जनरल फिजीशियन, उपजिला चिकित्सालय, जनपद चंपावत।
डॉ गुरूशरण कौर, जनरल फिजीशियन, उपजिला चिकित्सालय, लोहाघाट, चंपावत।
डॉ पकंज कुमार सिंह, स्वास्थ्य निदेशालय, निदेशक, एनएचएम, देहरादून।
डॉ कुलदीप यादव, उपजिला चिकित्सालय, सितारगंज, उधमसिंहनगर।
डॉ रामेश कुंवर, डिप्टी सीएमओ, जनपद हरिद्वार।
डॉ नीजर कर्दम, मनोरोग विशेषज्ञ, जनपद टिहरी गढ़वाल।
डॉ श्रद्वा प्रधान सयाना, स्त्री रोग विशेषज्ञ, देहरादून।
डॉ कनिका दत्ता पराशर, पैथोलॉजिस्ट, देहरादून।
डॉ कुमार जी कौल, फिजीशियन, दून मेडिकल कालेज, देहरादून।
डॉ राजीव गैरोला, फिजीशियन, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, देहरादून।
डॉ सार्थक अरोड़ा, सुभारती मेडिकल कालेज, देहरादून।
डॉ एश्वर्य कौशिक, जनरल फिजीशिन, कल्जीखाल, पौड़ी गढ़वाल।
डॉ पुष्कर शुक्ला, जिला चिकित्सालय, जनपद रूद्रप्रयाग,
डॉ रवि कुमार, मेडिकल ऑफिसर, जिला चिकित्सालय, जनपद चंपावत।

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