उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) देहरादून द्वारा दिनांक 21 जून 2024 को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें बोलते हुए यूसर्क की निदेशक प्रो. (डॉ.) अनीता रावत ने कहा कि योग न केवल हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है बल्कि हम सभी को भी आपस में जोड़ता है। उन्होंने कहा कि योग हमारी आंतरिक चेतना को जाग्रत करता है। योग हम सभी को वसुधैव कुटुंबकम् की भावना के साथ मिलकर कार्य करने की प्रेरणा देता है तथा मनुष्य एवं मानवता दोनों के लिये योग बहुत आवश्यक है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार के योग विज्ञान विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉक्टर असीम कुलश्रेष्ठ ने “स्वयं और समाज के लिए योग“ विषय पर विशेषज्ञ व्याख्यान दिया । डॉक्टर असीम ने योग एवं अभ्यास के दैनिक जीवन में लाभ, विभिन्न प्रकार के आसन, प्राणायाम एवं उसके विभिन्न प्रकार, सठकर्म, नेति क्रिया, त्राटक क्रिया, नौली क्रिया, कपाल भाति, मुद्रा, बंधन, ध्यान आदि की बारीकियों को समझाया तथा प्राप्त लाभ बताएं। उन्होंने कहा कि योग से मनुष्य अपनी छुपी हुयी योग्यता, क्षमता एवं आन्तरिक शक्तियों का विकास कर सकता है।
कार्यक्रम का संचालन समन्वयक डॉ भवतोष शर्मा ने करते हुये कहा कि प्राचीन काल से ही भारत द्वारा योग को अपनाया जाता रहा है और आज पूरा विश्व योग को अपना रहा है।
धन्यवाद ज्ञापन वैज्ञानिक डॉ ओम प्रकाश नौटियाल ने किया और कहा कि भारत सरकार के प्रयासों से योग को वैश्विक स्तर पर मान्यता प्रदान की गई है।
कार्यक्रम में वैज्ञानिक डॉ मंजू सुंदरियाल, शिवानी पोखरियाल, ओम जोशी, राजदीप जंग, हरीश ममगाई सहित यूसर्क के विज्ञान चेतना केंद्रों के प्रभारी शिक्षकों ने ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में 50 से अधिक प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।