अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस के अवसर पर बच्चों के अधिकार और स्वस्थ भविष्य को जन सहभागिता को मुहिम के उद्देश्य से बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा डॉ गीता खन्ना ने राष्ट्रीय स्तर संगठन INDIAN ACACDEMY OF PEDIATRICS (IAP) के माध्यम से बाल रोग विशेषज्ञों को संबोधित करते हुए बताया *”बच्चों के अधिकारों और उनके अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए देश के सभी पीडियाट्रिशियनों को एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है। हमें मिलकर यह देखना होगा कि कैसे बच्चों के समग्र विकास के लिए चिकित्सा क्षेत्र और समाज की भूमिका को और अधिक प्रभावशाली बनाया जा सकता है।”
इस कार्यक्रम में इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के अध्यक्ष, डॉ. जी.वी. बसवराजा, सचिव, डॉ. योगेश पारिख, और कोषाध्यक्ष, डॉ. अतनु भद्र ने भी ऑनलाइन माध्यम से सहभागिता की। सभी वक्ताओं ने बच्चों के शारीरिक, मानसिक, और सामाजिक स्वास्थ्य को मजबूत बनाने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। संबोधन का मुख्य उद्देश्य बच्चों के विकास और देखभाल में बाल चिकित्सा (पीडियाट्रिक्स) की भूमिका को उजागर करना और समाज को इसके महत्व के प्रति जागरूक करना था। इस पहल के माध्यम से इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स ने बच्चों के हितों को प्राथमिकता देने और उनके उज्ज्वल भविष्य के निर्माण की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया।