26.8 C
Dehradun
Saturday, June 21, 2025
Google search engine
Homeराज्य समाचारयोग नीति के तहत प्रदेश में योग एवं ज्ञान केंद्र विकसित करने...

योग नीति के तहत प्रदेश में योग एवं ज्ञान केंद्र विकसित करने पर 20 लाख तक की सब्सिडी की जाएगी प्रदान – सीएम धामी

11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सीएम धामी ने योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण एवं 8 देशों के डेलिगेट्स के साथ किया योग

सीम धामी ने योग नीति पर आधारित पुस्तिका का भी किया विमोचन, राज्य में योग नीति का किया औपचारिक शुभारंभ

राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में एक-एक स्पिरिचुअल इकोनॉमिक जोन की होगी स्थापना- सीएम धामी

सीएम धामी ने विद्यार्थियों एवं स्थानीय लोगों के साथ संवादकर जाना हाल-चाल, अपने बीच सीएम को देख उत्साह और उमंग से भरे छात्र

उत्तराखंड देवभूमि के साथ योग आध्यात्म की भी है भूमि, योग नीति लागू होने से उत्तराखंड योग और वैलनेस की वैश्विक राजधानी के रूप में होगी स्थापित

2030 तक राज्य में 5 नए योग केंद्र स्थापित करने का है लक्ष्य, राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में दो नए नगर बसाने जा रही है राज्य सरकार , आयुर्वेदिक , अध्यात्म के केंद्र बनकर वैश्विक मानचित्र पर राज्य को मिलेगी विशेष पहचान

गैरसैंण। आज 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भराड़ीसैण, गैरसैंण स्थित विधानसभा परिसर में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस दौरान सीएम धामी ने योग गुरु पदम श्री पद्मश्री स्वामी भारत भूषण एवं 8 देशों के डेलिगेट्स के साथ योग किया। योग कार्यक्रम का शुभारंभ शंखनाद एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शुरू हुआ।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने योग नीति पर आधारित पुस्तिका का विमोचन करते हुए राज्य में योग नीति का औपचारिक शुभारंभ भी किया। उन्होंने “एक वृक्ष योग के नाम” कार्यक्रम के अंतर्गत विधानसभा परिसर में सेब का पौधा लगाया।

इस दौरान सीएम धामी ने घोषणा की कि राज्य सरकार शीघ्र ही प्रदेश में आयुर्वेदिक एवं प्राकृतिक चिकित्सा योग और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में एक-एक स्पिरिचुअल इकोनॉमिक जोन की स्थापना करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में दो नए नगर बसाने जा रहे हैं, जो योग, आयुर्वेद और अध्यात्म के केंद्र बनकर वैश्विक मानचित्र पर राज्य की विशेष पहचान स्थापित करेंगे। जिसमें संपूर्ण विश्व से वैलनेस के क्षेत्र में काम करने वाले बड़े ग्रुप, आध्यात्मिक गुरुओं, संस्थाओं को यहां आमंत्रित किया जाएगा।

इस अवसर पर सीएम धामी ने 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी विदेशी मेहमानों के सानिध्य में इस आयोजन को वैश्विक पहचान दी है। उन्होंने कहा कि भराड़ीसैण ग्रीष्मकालीन राजधानी होने के साथ समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य का केंद्र भी है। उन्होंने कहा कि आठ मित्र राष्ट्रों के प्रतिनिधियों के साथ किया गया सामूहिक योग अभ्यास देवभूमि उत्तराखंड को योग और आध्यात्म की वैश्विक राजधानी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि के साथ योग और आध्यात्म भूमि भी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से राज्य सरकार ने देश की पहली योग नीति 2025 को राज्य में लागू किया है। योग नीति उत्तराखंड को योग और वैलनेस की वैश्विक राजधानी के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से तैयार की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि योग नीति के तहत प्रदेश में योग एवं ज्ञान केंद्र विकसित करने पर अधिकतम 20 लाख तक का सब्सिडी प्रदान की जा रही है। प्रदेश में योग, ध्यान और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा देने के हेतु 10 लख रुपए तक के अनुदान का प्रावधान भी किया गया है।

सीए धामी ने कहा कि राज्य सरकार का संकल्प है कि 2030 तक राज्य में पांच नए योग हब की स्थापना की जाए और मार्च 2026 तक राज्य के सभी आयुष, हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर में योग सेवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य में रोजगार सृजन और पलायन की समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य में स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार के अधिक से अधिक साधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राज्य में स्ट्रैटेजिक एडवाइजरी कमेटी का भी गठन किया है। यह कमेटी प्रदेश के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए नवाचार को बढ़ावा देने का कार्य करेगी। हम युवाओं को उनके कौशल के अनुरूप पहाड़ में भी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में भी कार्य कर रहे हैं।

भराड़ीसैण में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित होने पर मुख्यमंत्री विद्यार्थियों और स्थानीय लोगों के बीच पहुंचे। उन्होंने लोगों के साथ संवाद कर उनका हाल-चाल जाना और छात्रों से भी मुलाकात की। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर छात्रों में विशेष उत्साह उमंग देखने को मिली।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, भारत में मेक्सिको के राजदूत श्री फेडेरिको सलाम, मेक्सिको दूतावास में आर्थिक मामलों के प्रमुख श्री रिकार्डो डेनियल डेलगाड़ो, भारत में फिजी उच्चायोग के हाई कमिश्नर जगन्नाथ सामी, भारत में नेपाल के राजदूत डॉक्टर शंकर प्रसाद शर्मा, साथ ही भारत में सूरीनाम के राजदूत श्री अरुणकोमर हार्डियन , भारत में मंगोलिया के राजदूत श्री डंबाजाविन गैंबोलड, भारत में लातविया दूतावास में डिप्टी हेड आफ मिशन श्री मार्क्स डीताॅनस, भारत में श्रीलंका उच्चायोग के मिनिस्टर काउंसलर श्री लक्ष्मेंद्र गेशन डिसनायके , रूसी दूतावास में प्रथम सचिव सुश्री क्रिस्टीना अनानीना एवं तृतीय सचिव सुश्री कैटरीना लजारेवा उपस्थिति रही।

इस अवसर पर विधायक अनिल नौटियाल, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ विनय रुहेला, सचिव दीपेंद्र कुमार चौधरी, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी, पुलिस अधीक्षक सर्वेश कुमार एवं अन्य मौजूद रहे।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

spot_img

STAY CONNECTED

123FansLike
234FollowersFollow
0SubscribersSubscribe

Latest News