पहली काॅफी टेबल बुक “फ्लावर ऑफ़ इकनॉमिक ब्लूम: वसंतोत्सव-2025” दून विश्वविद्यालय द्वारा एवं दूसरी कॉफी टेबल बुक “स्प्रिंग फेस्टिवल -2025” उद्यान विभाग द्वारा की गई है तैयार
देहरादून । इस वर्ष राजभवन में आयोजित वसंतोत्सव 2025 पर आधारित दो कॉफी टेबल बुक, दून विश्वविद्यालय एवं उद्यान विभाग द्वारा तैयार की गई है। इन पुस्तकों के माध्यम से वसंतोत्सव 2025 की बारे में पूरी जानकारी के साथ ही सुंदर तरीके से फोटोग्राफ्स को भी प्रस्तुत किया गया है ।
आज राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने राजभवन में बसंतोत्सव 2025 पर आधारित दोनों कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया। पहली काॅफी टेबल बुक “फ्लावर ऑफ़ इकनॉमिक ब्लूम: वसंतोत्सव-2025” दून विश्वविद्यालय द्वारा एवं दूसरी कॉफी टेबल बुक “स्प्रिंग फेस्टिवल -2025” उद्यान विभाग द्वारा तैयार की गई है।
इन पुस्तकों में वर्ष 2025 में राजभवन में आयोजित बसंतोत्सव के बारे में उत्कृष्ट जानकारी के साथ-साथ फोटोग्राफ्स को सुंदर तरीके से दर्शाया गया है।
इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने इन पुस्तकों में योगदान देने वाले कार्मिकों एवं छात्र-छात्राओं का सम्मानित भी किया। राज्यपाल ने पुस्तक के प्रकाशन पर छात्रों , शिक्षकों एवं उद्यान विभाग के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह देखकर प्रसन्नता हुई कि कॉफी टेबल बुक में वसंतोत्सव के सुंदर सौंदर्य, उल्लास और समरसता को अत्यंत सजीव रूप से प्रस्तुत किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस पुस्तक में छात्रों द्वारा किए गए शोध, मौलिक लेखन और रचनात्मक प्रस्तुति ने इसे केवल एक दस्तावेज न बनाकर संवेदनाओं, स्मृतियो और सांस्कृतिक चेतना की अभिव्यक्ति बना दिया है। उन्होंने कहा कि उद्यान विभाग का योगदान केवल इस उत्सव के आयोजन तक सीमित नहीं है, बल्कि वह उत्तराखंड में फूलों की खेती, फलोत्पादन, सुगंधित पौधों के विस्तार, जैविक कृषि, मधुमक्खी पालन और पर्वतीय क्षेत्रों में सतत विकास हेतु प्रयासरत है।
यह पुस्तक इन प्रयासों को जनमानस तक पहुंचाने का एक प्रभावी माध्यम बनेगी ।
राज्यपाल ने कहा कि दून विश्वविद्यालय द्वारा इस वर्ष की कॉफी टेबल बुक केवल एक सुंदर प्रस्तुति नहीं , बल्कि यह शोध, रचनात्मक संवाद का माध्यम भी है। इस पुस्तक में छात्रों ने फूलों की खेती को एक संभावनाशील उद्योग के रूप में प्रस्तुत किया है , जो पर्वतीय क्षेत्रों में स्थाई अजीविका का आधार बन सकता है। उन्होंने इसके लिए मास कम्युनिकेशन विभाग के बच्चों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह कॉफी टेबल बुक आने वाली पीढियों के लिए केवल जानकारी का भंडार नही, बल्कि प्रेरणा की भी पुस्तक बनेगी। यह रचना भविष्य के विद्यार्थियों को यह बताएगी कि किस प्रकार कला, तकनीकी प्रकृति और शोध को एक साथ जोड़ा जा सकता है।