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“वन्दे मातरम” केवल शब्द नहीं, बल्कि माँ भारती के प्रति समर्पण, एकता और राष्ट्रभक्ति का है प्रतीक: डा.नरेश बंसल

राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान मे राष्ट्रीय गीत “वंदे मातरम” की रचना के 150 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम का डॉ नरेश बंसल ने किया शुभारंभ

प्रधानसेवक नरेंद्र मोदी जी के आह्वान पर वन्देमातरम के 150 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमो मे सभी देशवासी सहभाग करे:डा.नरेश बंसल

भाजपा राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष व सासंद राज्यसभा डा. नरेश बंसल ने आज देहरादून स्थित राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान मे दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग,सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय गीत “वंदे मातरम” की रचना के 150 वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

डा. नरेश बंसल ने कहा कि आज हम सब उस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बन रहे हैं जब हमारे राष्ट्रीय गीत “वंदे मातरम्” के 150 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं।यह गीत केवल शब्द नहीं, बल्कि माँ भारती के प्रति समर्पण, एकता और राष्ट्रभक्ति की भावना का प्रतीक है।

डा. नरेश बंसल ने कहा कि राष्ट्रगीत “वंदे मातरम” की रचना के 150 वर्ष पूर्ण होने पर आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आज पूरा भारत “वंदे मातरम्” के 150वर्ष पूर्ण होने का उत्सव मना रहा है।पूरे देश की तरह प्रदेशभर में देशभक्ति के महाअभियान, “वंदे मातरम@ 150” का शुभारंभ 7 नवंबर से किया जा रहा है।यह आयोजन 7 नवंबर, 2025 से 7 नवंबर, 2026 तक चलने वाले, राष्ट्रव्यापी उत्सव के औपचारिक शुभारंभ का प्रतीक है, जो इस कालजयी रचना के 150 साल पूरे होने पर, देशभक्ति का उत्साह दिखाने का अवसर है।जन- जन के मन में राष्ट्रभक्ति की अलख जगाये रखने में “वंदे मातरम्” प्रेरक आह्वान बनकर उभरा है।

डा. नरेश बंसल ने देश को एकता के सूत्र में पिरोने वाले राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ की 150वीं वर्षगांठ पर समस्त देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई दी।

डा. नरेश बंसल ने कहा कि स्वाधीनता संग्राम के दौरान बंकिमचन्द्र चटर्जी द्वारा रचित “वंदे मातरम्” एक मंत्र के रूप में असंख्य क्रांतिकारियों के जीवन में स्वतंत्रता का जयघोष बना।इसे लय देने का काम रवींद्रनाथ टैगोर जी ने किया।डा. बंसल ने कहा कि अंग्रेज़ी हुकूमत के ख़िलाफ़ हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने “वंदे मातरम्” का उद्घोष करते हुए अपने प्राणों की आहुति देकर माँ भारती के चरणों में अपना सर्वस्व समर्पित किया।मातृभूमि के प्रति समर्पण, त्याग और राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने वाला यह अमर गीत युगों-युगों तक हम सभी को देशहित के मार्ग पर अग्रसर होने की प्रेरणा देता रहेगा।

डा. नरेश बंसल ने सभी से आग्रह किया की आइये, आओ हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि
हम अपने राष्ट्र की अखंडता, एकता और समृद्धि के लिए सदैव समर्पित रहेंगे। हम सब मिलकर 7 नंवबर से देशभर में विभिन्न स्थानों पर आयोजित होने वाले वंदे मातरम् गायन में सहभागिता करें और माँ भारती के इस दिव्यघोष के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करें।भारत की स्वतंत्रता से लेकर आज तक,
हर भारतीय के हृदय में देशभक्ति की ज्वाला प्रज्वलित करने वाला यह गीत हम सबके लिए गर्व का प्रतीक है।

इस अवसर पर संस्थान के प्रधानाचार्य श्री अमित कुमार जी,रिसर्च आफिसर श्री मनीष वर्मा, डा. विनोद केन,डा. पंकज कुमार,डा. रेवती,डा. चारू यादव,डा. चेतना गोला एवं विभिन्न जनप्रतिनिधिगण,पार्टीपदाधिकारीगण व अधिकारीगण एवं संस्थान मे अध्यनरत दिव्यांगजन बच्चे उपस्थित रहे।

द्वारा निजी सचिव
डा. नरेश बंसल जी
माननीय राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष भाजपा एवं सासंद राज्यसभा

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