उत्तराखंड में चार धाम यात्रा का आज अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त में श्री गणेश हुआ ।केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट आज श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस अवसर पर तीनों धार्मों को फूलों से भव्य रूप से सजाया गया। केदारनाथ मंदिर को 20 कुंतल से अधिक फूलों से सजाया गया। केदारनाथ, गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चार धाम यात्रा की शुरुआत हो गई है । आज विधि विधान से सुबह 7:00 पहले केदारनाथ धाम के कपाट श्रद्धा वालों के लिए खोले गए, उसके बाद हेलीकाप्टर से पुष्प वर्षा की गई। हजारों श्रद्धालुओं के जयकारों के साथ बाबा केदार की पंचमुखी डोली केदारनाथ पहुंची। इसके बाद यमुनोत्री और फिर गंगोत्री धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में पवित्र चार धाम यात्रा की शुभारंभ पर बधाई दी एवं चारों धामों के यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं को भी शुभकामनाएं दी। गुरुवार देर शाम तक 16000 से अधिक श्रद्धालुओं भी पहले दिन बाबा किरदार के दर्शन के लिए केदारपुरीनपहुंच गए थे। आज सुबह केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद यमुनोत्री धाम के कपाट सुबह 10:29 पर खोले गए और फिर यमुनोत्री धाम के कपाट 12:25 पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए । अब बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई को सुबह 6:00 बजे खुले जाएंगे। बृहस्पतिवार सुबह बाबा केदार की पंचमुखी डोली गौरीकुंड से केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुई अपराह्न 3:00 बजे केदारनाथ धाम पहुंची । बाबा केदार की डोली के साथ हजारों श्रद्धालु भी केदारपुरी पहुंचे। इस दौरान श्रद्धालुओं के जयकारों और सेना के बैंण की धुन से केदारनाथ घाटी गूंज उठी । बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजय अजेंद्र ने पंचमुखी डोली के केदारनाथ पहुंचने पर अगवानी की। वही मां गंगा की डोली मुखवा से गंगोत्री धाम के लिए रवाना हुई शुक्रवार सुबह डोली धाम में पहुंची। वहीं मां यमुना की डोली शुक्रवार सुबह खरसाली गांव से धाम के लिए रवाना हुई । आपको बता दें कि अब तक 22 लाख से अधिक श्रद्धालु यात्रा के लिए पंजीकरण करा चुके हैं। पंजीकरण के आंकड़ों को देखते हुए इस बार भी प्रदेश सरकार को चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं का नया रिकॉर्ड बनने की उम्मीद है।