आज देहरादून में राजपुर रोड स्थित एक होटल में पहली मेड टेक कांफ्रेंस का पोस्टर जारी करते हुए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक प्रो मीनू सिंह ने कहा कि आज मेडिकल साइंस टेक्नोलॉजी पर निर्भर हो गयी है। उन्होंने कहा की भारत सरकार ने देश के सभी एम्स में टेक्नोलॉजी के विकास के लिए बहुत संसाधन उपलब्ध कराये हैं। इंटरनेट के आने के बाद दुनिया के हर कोने में उपलब्ध ज्ञान सभी के लिए सुलभ हो गया है। इसी उत्कृष्ट ज्ञान के आधार पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चिकित्सकों को रोग निदान में मदद कर रहा है। उन्होंने कहा की तकनीक को अपनाकर आज हम ड्रोन की सहायता से दवाइयों को सुदूर क्षेत्रों में सप्लाई कर पा रहे हैं। डायगनोस्टिक उपकरण हो या फिर ऑपरेशन थिएटर या फिर हेली एंबुलेंस सभी जगह टेक्नोलॉजी पर निर्भरता है।
प्रो मीनू सिंह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, रोबोटिक्स, टेलीमेडिसिन, ग्रीन हेल्थ टेक्नोलॉजी पर केंद्रित राज्य की पहली मेड- टेककॉन के पोस्टर विमोचन कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी। यूकॉस्ट, उत्तराखंड मेडिकल एजुकेशन विभाग, एम्स ऋषिकेश, उत्तराखंड मेडिकल कौंसिल और सरादस्ता के संयुक्त तत्वावधान में इस कांफ्रेंस का आयोजन देहरादून इंटरनेशनल साइंस एंड टेक्नोलॉजी फेस्टिवल के दौरान 22 से 23 नवम्बर, 2024 को उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय में होगा। इस कांफ्रेंस में उत्तराखंड के 10 मेडिकल कॉलेजों के अलावा देश के अन्य राज्यों के मेडिकल कॉलेजों के छात्र भी प्रतिभाग करेंगे। सभी प्रतिभागियों को मेडिकल कौंसिल के द्वारा 8 क्रेडिट पॉइंट्स लाभ दिया जायेगा। यह कांफ्रेंस नर्सिंग, पैरामेडिकल और फार्मेसी के छात्रों के लिए भी खुली रहेगी। कांफ्रेंस के साथ इन्नोवेटिव हेल्थकेयर सोल्यूशन्स पर आधारित स्टार्ट अप्स की प्रदर्शनी का भी आयोजन होगा। मेडिकल हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काम करने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनिया तथा फार्मा कंपनियां भी प्रतिभाग करेंगी। राज्य के मेडिकल एजुकेशन विभाग के निदेशक डॉ आशुतोष सयाना ने कहा कि आज मेडिकल साइंस और टेक्नोलॉजी का मर्जर हो रहा है। बिना टेक्नोलॉजी के आज के समय में मेडिकल हेल्थ सिस्टम की कल्पना नहीं की जा सकती। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ओंकार सिंह ने कहा की 24,000 स्टूडेंट्स के साथ उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के पास अपने कैंपस सहित संबद्ध कॉलेजों का विशाल इंफ्रास्ट्रॅक्चर है। इस कांफ्रेंस के माध्यम से टेक्नोलॉजी के छात्रों को भी बहुत लाभ मिलेगा। कार्यक्रम में एम्स ऋषिकेश डिप्टी डीन डॉ वंदना धींगरा, एस जी आर आर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ अशोक नायक, विवेकानंद हॉस्पिटल के एमडी डॉ अनुज सिंघल, यूकोस्ट के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी डॉ मनमोहन रावत, सीएमआईएस के चेयरमैन ललित जोशी, डीआईटी नर्सिंग कॉलेज, आरोग्यम नर्सिंग कॉलेज, साई नर्सिंग कॉलेज के प्राचार्यों के अलावा आयोजन समिति के सदस्य डॉ अशोक सक्सेना, डॉ कुँवर राज अस्थाना, डॉ संजय अग्रवाल, डॉ नवीन सिंघल, डॉ कपिल जोशी, डॉ रेणु सक्सेना, डॉ प्रशांत सिंह आदि विभिन्न क्षेत्रों के शिक्षाविदों उपस्थित थे।