“मोबाइल ऐप के माध्यम से पंजीकरण कर पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम से विद्यार्थियों को जोड़ना प्रारंभ”
आज दिनांक 18 जुलाई 2025 को सुशीला इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज देहरादून के परिसर में सुशीला इंस्टीट्यूट, यूकॉस्ट एवं पर्यावरण गतिविधि के संयुक्त तत्वावधान में हरेला पर्व के अवसर पर परिसर के प्रांगण में फलदार पौधों का रोपण किया गया एवं एक पर्यावरण गोष्ठी का आयोजन किया गया।
मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए संस्थान की प्राचार्य डॉ ज्योति जुयाल ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की एवं अतिथियों का परिचय कराया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में जाने-माने पर्यावरणविद् एवं “पाणी राखो आंदोलन” के प्रणेता श्री सच्चिदानंद भारती, यूकॉस्ट के वैज्ञानिक डॉ भवतोष शर्मा, पर्यावरणविद श्री जगदंबा नौटियाल आदि अतिथियों ने संस्थान की चेयरपर्सन श्रीमती कुमकुम सिंघल, निदेशक श्री तुषार सिंघल, प्राचार्य डॉ ज्योति जुयाल एवं संस्थान के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों ने मिलकर संस्थान के प्रांगण में फलदार पौधों का रोपण किया।
तकनीकी सत्र में कार्यक्रम में उपस्थित यूकॉस्ट वैज्ञानिक डॉ भवतोष शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि पर्यावरण का संरक्षण प्रकृति का पूजन अर्थात भगवान की पूजा है । हम सभी को अपनी धरा का पूजन करने के लिए अधिकतम वृक्षारोपण करना चाहिए । उन्होंने बताया कि
माननीय मुख्यमंत्री जी की जल स्रोतों के संरक्षण एवं पुनर्जीवन की प्रेरणा से एवं यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रोफेसर दुर्गेश पंत के मार्गदर्शन में यूकॉस्ट द्वारा “मां धरा नमन” कार्यक्रम के माध्यम से टोंस नदी के आसपास व्यापक स्तर पर सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन आने वाले समय में किया जाने वाला है जिसमें आसपास के सभी शिक्षण संस्थानों एवं संबंधित विभागों के समन्वय व सहयोग, सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से पौधारोपण का कार्य किया जाएगा। नदी पुनर्जीवन की दिशा में हम सभी के प्रयास से निश्चित रूप से नदी में जल की मात्रा में वृद्धि हो सकेगी और नदी के पुनर्जीवन एवं संरक्षण की दिशा में एक यह विशेष हरित प्रयास होगा। इस दिशा में यूकॉस्ट द्वारा “मां धरा नमन” मोबाइल ऐप भी विकसित किया गया है जिसमें विद्यार्थी पंजीकरण द्वारा कार्यक्रम से जुड़ रहे हैं। उन्होंने संस्थान के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों से इस कार्यक्रम से मोबाइल ऐप के माध्यम से जुड़ने का आह्वान किया।
इस अवसर पर पर्यावरणविद् श्री सच्चिदानंद भारती ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम सभी को पर्यावरण के अनुकूल व्यवहार करना चाहिए और अपने घर और आसपास के पर्यावरण को स्वच्छ रखने, हरा भरा रखने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पर्यावरण गतिविधि द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर एक “राष्ट्रीय सामाजिक पर्यावरण प्रतियोगिता (एनएस पीसी) का आयोजन भारत सरकार के शिक्षा विभाग, पर्यावरण मंत्रालय एवं अन्य विभागों के साथ मिलकर लोगों में पर्यावरण जागरूकता पर्यावरण संरक्षण हेतु किया जा रहा है जिसमें विभिन्न स्तरों के छात्र-छात्राओं के अलावा आम जनमानस भी प्रतिभाग कर सकता है ।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक श्री तुषार सिंघल ने कहा कि उनके संस्थान द्वारा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हरेला एवं अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से विद्यार्थियों को लगातार जोड़ा जा रहा है और आने वाले समय में विभिन्न गतिविधियों में उनका संस्थान बढ़-चढ़कर हिस्सा लेगा।
कार्यक्रम में संस्थान के समस्त समस्त शिक्षक शिक्षिकाएं, विद्यार्थियों सहित 250 से अधिक लोग उपस्थित रहे।