उत्तरकाशी के धराली और हर्षिल में रेस्क्यू अभियान युद्धस्तर पर जारी, आपदा में आर्मी के नौ जवान भी लापता
उत्तरकाशी आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में एनडीआरएफ , एसडीआरएफ, सेना, आईटीबीपी, पुलिस व स्थानीय प्रशासन का धराली में राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी है। आपदाग्रस्त क्षेत्र से 135 लोगों का किया सुरक्षित रेस्क्यू, गंभीर रूप से घायल 11 सेना के जवानों ने मातली से हेलीकॉप्टर से अस्पताल पहुंचाया गया।
उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में बादल फटने की अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना से क्षेत्र में भारी जन-धन हानि हुई है। सूचना पर राज्य आपदा प्रतिवादन बल, उत्तराखंड की टीमों को आवश्यक रेस्क्यू उपकरणों, सेटेलाइट फोन एवं संचार संसाधनों के साथ तत्काल घटनास्थल पर भेजा गया। लगातार भारी बारिश, भूधंसाव व मलबा आने के कारण मार्ग अत्यंत खतरनाक व अवरुद्ध होने के बावजूद भी कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस, अग्निशमन सेवा, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, सेना एवं अन्य राहत एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित कर राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। टीमें प्रभावित क्षेत्र में थर्मल इमेजर, कटर, रोप्स, स्ट्रेचर जैसे अत्याधुनिक उपकरणों का प्रयोग कर मलबे में दबे संभावित व्यक्तियों की तलाश कर रही है। एसडीआरएफ और अन्य टीम के सदस्यों द्वारा दुर्गम पहाड़ी मार्गों और अत्यंत जोखिमपूर्ण परिस्थितियों में चलकर लोगों तक पहुँचा जा रहा है। साथ ही सुरक्षित स्थानों की पहचान कर प्रभावितों को वहां पहुँचाया जा रहा है। अब तक एसडीआरएफ द्वारा 135 व्यक्तियों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है, वहीं गंभीर रूप से घायल 11 सेना के जवानों को मातली से हेलीकॉप्टर द्वारा अस्पताल भेजा गया है। एसडीआरएफ टीम सेटेलाइट फोन के माध्यम से संचार बनाए रखते हुए राहत कार्यों का संचालन कर रही है। यह जानकारी एसडीआरएफ ढालवाला टीम के प्रभारी निरीक्षक कवींद्र सजवाण ने दी।उत्तरकाशी के धराली गांव में में बादल फटने से खीरगंगा में बाढ़ आ गई। जिसने पूरे इलाके में तबाही मचा दी है। कई होटल और घर मलबे में दब गए हैं। 70 से अधिक लोगों के मलबे में दबे होने की खबर है।
उत्तरकाशी के धराली में रेस्क्यू ऑपरेशन निरंतर जारी है। इस बीच राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) ने उत्तरकाशी समेत सभी जिलों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। NDMA के अनुसार अगले 18 घंटों में उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, देहरादून, हरिद्वार, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, नैनीताल, पौड़ी, पिथौरागढ़ और उधमसिंह नगर जिले में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने के साथ ही आकाशीय बिजली और आंधी चलने की संभावना जताई है।
आपदा प्रभावितों के लिए राहत और बचाव कार्य निरंतर जारी है। बता दें अभी तक आर्मी के 11 घायल जवानों को आईटीबीपी (ITBP) मातली पहुंचाया जा चुका है।घायल जवानों को पहुंचाया ITBP मातली
नौ जवान भी लापता है।