30.6 C
Dehradun
Thursday, June 12, 2025
Google search engine
Homeराज्य समाचारऋषिकेश की नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता व उनके परिजनों से मिली महिला आयोग...

ऋषिकेश की नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता व उनके परिजनों से मिली महिला आयोग की अध्यक्ष, पीड़ित परिवार से मिलकर दिया कड़ी कार्रवाई का आश्वासन

 

कुसुम कण्डवाल ने नाबालिग पीड़िता के परिवार से मिलकर दिया आश्वासन, बोली आरोपियों के विरुद्ध करेंगे कड़ी कार्रवाई

नाबालिगों से दुष्कर्म के मामलों ओर बोली महिला आयोग अध्यक्ष, आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई के साथ क्षेत्रों में संदिग्धों की जांच के लिये चलाएं सत्यापन अभियान

ऋषिकेश शहर में एक नाबालिग से दुष्कर्म करने का आरोप की जानकारी के बाद राज्य महिला आयोग ने मामले में संज्ञान लिया है। मामले जानकारी मिलने पर महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की और पीड़िता का हाल जाना। इस मौके पर उनके साथ पार्षद सुरेन्द्र सिंह नेगी भी उपस्थित रहे।

परिजनों ने बताया कि उक्त आरोपी द्वारा बहला फुसलाकर नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया गया। जिसे उसने इंस्टाग्राम के माध्यम से अपनी बातों में फसा लिया था।

मामले में ऋषिकेश पुलिस ने अपराध में संलिप्त दो आरोपी युवकों को पोक्सो के तहत गिरफ्तार कर कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया है।

मामले में आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने एसपी देहात जया बलूनी से फोन पर वार्ता करते हुए ऋषिकेश के ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे बाहरी लोगों के सत्यापन व जांच के सघन अभियान चलाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा ऐसे संदिग्धों पर कड़ी कार्रवाई की जाए जो बाहर से आकर हमारे शहर व समाज का माहौल खराब कर रहे है तथा नाबालिगों को अपनी हवस का शिकार बना रहे है।

वहीं उन्होंने रायवाला थाना क्षेत्र अंतर्गत संदिग्ध परिस्थितियों में घर से लापता हुई नाबालिग के मामले में भी एसपी देहात जया बलूनी व एसओ डोईवाला से आरोपी के विरुद्ध कठोरतम कड़ी कार्रवाई व पीड़िता की सुरक्षा इत्यादि के लिए निर्देश दिए है। मामले में रायवाला निवासी एक युवक डोईवाला क्षेत्र की एक नाबालिग किशोरी को बहला फुसला कर अपने साथ भाग ले गया था। जिसमे पुलिस द्वारा नाबालिग को गाजियाबाद से बरामद कर लिया है तथा से उक्त युवक को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

वहीं आयोग अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने समाज के लोगो से भी अपील की है कि वो अपने बच्चों की मॉनिटरिंग अवश्य करें क्योंकि माइनर बच्चे नासमझ होते है, कभी कभी उनका किसी के बहकावे में आने का खतरा होता है जिसका फायदा आपराधिक प्रवत्ति का व्यक्ति उठाता है, ऐसे में हमारी जिम्मेदारी है कि अपने बच्चों की मॉनिटरिंग की जाए उनका सोशियल मीडिया कनेक्शन, उनके दोस्त, सम्पर्क इत्यादि की जानकारी लेनी चाहिए साथ ही उन्हें गुड टच व बेड टच की जानकारी अवश्य दें, ताकि वो किसी अपराध का शिकार होने से बच सकें।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

spot_img

STAY CONNECTED

123FansLike
234FollowersFollow
0SubscribersSubscribe

Latest News