राजभवन द्वारा समय ना दिए जाने से नाराज़ कांग्रेस नेता ने अचानक लिया निर्णय , प्रशाशन सकते में , राजभवन के मुख्यद्वार तक पहुंच गए सूर्यकांत धस्माना पुलिस के हाथ पांव फूले
देहरादून: पंचायत चुनावों में राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार की विवादित भूमिका व उनके द्वारा असंवैधानिक तरीके से उत्तराखंड पंचायती राज ऐक्ट की धारा ९ की उपधारा ६ व ७ का पत्र लिख कर खुले आम उल्लंघन करने के आरोप में कांग्रेस की उनको तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा के नेतृत्व में उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टीनेंट जनरल श्री गुरमीत सिंह से मिलने के लिए पिछले चार दिनों से समय की मांग कर रहा था किंतु राजभवन द्वारा प्रदेश कांग्रेस को समय ना दिए जाने से खफ़ा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना आज अपराह्न एक बजे अपने कुछ साथियों के साथ कैंट रोड स्थित राजभवन पहुंच गए और राजभवन की सड़क के इस पर तिराहे पर धरने में बैठ गए। एक जत्था श्री करण माहरा के साथ तिराहे पर बैठा ही था कि प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना अकेले चुपचाप सड़क पर कर राजभवन के मुख्यद्वार के बाहर फुटपाथ पर बैठ गए जिसे देख कर वहां तैनात पुलिस अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए और वे दौड़ कर श्री धस्माना के पास पहुंचे और उनको अपनी नौकरी का वास्ता दे कर उठने का अनुरोध किया व उनको सड़क पार तिराहे पर बैठे श्री करण माहरा के नेतृत्व में चल रहे धरने में बैठा दिया। धरने पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि हम लगातार पिछले चार पांच दिनों से महामहिम राज्यपाल से मुलाकात का समय मांग रहे हैं, राज्य निर्वाचन आयुक्त की नियुक्ति राज्यपाल महोदय राज्य सरकार की सिफारिश पर करते हैं, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य निर्वाचन आयुक्त से असंवैधानिक कार्य करवा रहे हैं इसलिए अब राज्य निर्वाचन आयुक्त को बर्खास्त करने की मांग राज्यपाल से ही होनी हैं किन्तु राजभवन समय नहीं दे रहा मुलाकात का इसलिए अब राजभवन के सामने धरने अनशन के अलावा कोई विकल्प नहीं है इसलिए हम मर्यादित तरीके से राजभवन के सामने शांतिपूर्ण अनशन पर बैठे हैं और राजपाल महोदय का ध्यान अपनी मांग की ओर आकर्षित करना चाहते हैं। श्री करण माहरा जब प्रेस को संबोधित कर रहे थे तभी पुलिस अधिकारियों ने उनको , प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, महानगर अध्यक्ष डॉक्टर जसविंदर सिंह गोगी समेत एक दर्जन पार्टी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया व पुलिस लाइन ले गए। गिरफ्तार होने वाले मुख्य लोगों में नवीन जोशी , जगदीश धीमान, ज्योति रौतेला, अमरजीत सिंह , विशाल मौर्य, दिनेश कौशल, गिरिराज किशोर हिंदवाण,अभिनव थापर, गुल मोहम्मद, ललित भद्री, आनंद सिंह पुंडीर, मदन कोहली आदि को पुलिस लाइन ले जाया गया जहां कुछ देर बाद सभी को रिहा कर दिया।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंच कर पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि महामहिम राज्यपाल प्रदेश सरकार के संरक्षक होते हैं और जब सरकार शपथ लेती है तो वे ही राज्य सरकार को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाते हैं व विधानसभा में अभिभाषण में राज्य सरकार को मेरी सरकार कह कर संबोधित करते हैं। श्री धस्माना ने कहा कि जब राज्य में सरकार विपक्ष व जनता की बात अनसुनी कर दे , जब राज्य निर्वाचन आयोग जैसी संवैधानिक व स्वायत्तशासी संस्था संविधान व कानून के विरुद्ध ही कार्य करे तो उसकी शिकायत राज्यपाल के पास ही की जा सकती है किन्तु अगर राजभवन राज्यपाल से मुलाकात का समय ही ना दे तो हमारे पास राजभवन के सामने शांतिपूर्ण तरीके से धरना अनशन के अलावा कोई विकल्प नहीं रह जाता। श्री धस्माना ने कहा कि आज के प्रकरण से शायद हमारी बात राज्यपाल महोदय के कानों तक पहुंचेगी और अगर नहीं पहुंची तो प्रदेश कांग्रेस पार्टी किसी बड़े कार्यक्रम का ऐलान करेगी।
सादर
सूर्यकांत धस्माना
वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन
प्रदेश कांग्रेस कमेटी उत्तराखंड
राजभवन के सामने अनशन पर बैठे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना , साथियों के साथ गिरफ्तार , रिहा
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