युवा सांसद भविष्य में बदलाव का नेतृत्व करने में सक्षम – काऊ
देहरादून 26 अप्रैल। उत्तरांचल विश्वविद्यालय के लाॅ काॅलेज द देहरादून में आज युवा संसद ‘शब्दार्थ’ के तीसरे
संस्करण का आयोजन किया गया। रायपुर विधायक श्री उमेश शर्मा (काऊ) इस अवसर पर बतौर मुख्य
अतिथि थे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के अध्यक्ष श्री जितेन्द्र जोशी ने की। युवा संसद में प्रदेशभर के 200 से अधिक युवा प्रतिभागी शामिल हुए।
डीन प्रो0 राजेश बहुगुणा ने बताया कि राज्य स्तर पर आयोजित इस यूथ पार्लियामेंट में 5 समितियों का गठन किया गया। प्रथम संयुक्त राष्ट्र महासभा में अमेरिका, चीन व भारत की रणनीतिक प्रतिद्वंदिता पर विचार
विमर्श हुआ। अखिल भारतीय राजनीतिक दलों की बैठक का एजेंडा था जाति आधारित जनगणना एवं आरक्षण। उत्तराखण्ड विधानसभा का मुख्य एजेंडा था राज्य में बढ़ता धार्मिक और प्रशासनिक तनाव एवं
यू0सी0सी।
प्रतिभागियों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने देशों का और राष्ट्रीय तथा राज्य स्तर पर उनकों मिले किरदारों का जोरदार प्रतिनिधित्व किया। अमेरिका व चीन के वर्तमान आचरण पर बहस करते हुए प्रतिभागियों ने कहा कि
इनकी प्रतिद्वंदिता पूरी दुनिया को वैश्विक अराजकता की ओर ले जा रही है। यू0सी0सी के लीव इन जैसे
प्रावधानों पर गर्मागर्म बहस हुई और विपक्ष ने से पहाड़ की संस्कृति का विरोधी बताया।
युवा सांसदों व विधायकों की प्रभावशैली में प्रस्तुतिकरण से प्रभावित रायुपर विधायक ने कहा कि जहाँ युवा
इकट्ठे होते हैं वहाँ भविष्य की शुरूआत होती है। उन्होंने कहा कि युवा संसद युवा नेताओं को आगे बढ़ने,
सहयोग करने और एक उज्जवल भविष्य के लिए बदलाव का नेतृत्व करने के लिए सशक्त बनाती है। उन्होंने
युवा संसद का स्तर उच्चकोटी का एवं लाॅ काॅलेज देहरादून का अनुकरणीय कदम बताया। उमेश शर्मा
(काऊ) द्वारा अपने राजनीतिक जीवन के विशेष अनुभव युवा सांसदों के साथ साझा किये। उन्होंने कहा कि
पंचायत सदस्य से लेकर विधायक तक के विभिन्न पदों पर जनता का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्हें अपार
संतोष व प्यार मिला।
अपने सम्बोधन में विश्वविद्यालय के अध्यक्ष श्री जितेन्द्र जोशी ने कहा कि युवाओं में भरपूर ऊर्जा है। युवा
संसद में भागीदारी करने वाले छात्रों में पड़ती है स्वस्थ राजनीति की नींव। उन्होंने कहा कि उत्तरांचल
विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष में एक बार राष्ट्रीय स्तरीय एवं एक बार राज्य स्तरीय युवा संसद का आयोजन किया
जा रहा है।
निर्णायक मंडल द्वारा मयंक कुमार, जहान मुखर्जी, मंदीप यादव, सोनाक्षी शर्मा एवं यशश्वी गुप्ता को सर्वश्रेष्ठ
प्रतिनिधि व अंशिका, आर्यन कंसल, अभय हरन, गुरलिन एवं आशी थपलियाल को हाई कमन्डेशन अवार्ड
जबकि हरअभिनंदन, दक्ष शर्मा, ओजस्वनी एवं गुरूमजीत कौर को स्पेशल मेन्शन अवार्ड से नवाजा गया।
इस अवसर पर विशेष रूप से विश्वविद्यालय के कार्यकारी निदेशक डा० अभिषेक जोशी, प्राचार्य प्रो० पूनम
रावत, डा० भावना अरोड़ा, अमलेन्दु मिश्रा, डा० अक्षय कुमार, डा० खलिक अहमद एवं डा० प्रभात कुमार
सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।