राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड ने पहली बार 101 पदक जीतने का कृतिमान बनाया है। वुशु में राज्य की बेटी ज्योति ने पहला पदक दिलाया। इसके बाद बॉक्सिंग, एथलेटिक्स, मॉडर्न पेंटाथलान, जूडो, कैनोइंग और कयाकिंग, योगासन, लॉन्ग बाल और कुश्ती में खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर धमाल मचाया। पदक विजेताओं को सरकार पुरस्कार के रूप में तय धनराशि, नौकरी भी देगी। राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड का सबसे शानदार प्रदर्शन मॉडर्न पेंटाथलान में रहा, इसमें राज्य को 6 स्वर्ण सहित सबसे अधिक 14 पदक मिले। केनोइंग और कयाकिंग में पांच, बॉक्सिंग में तीन, एथलेटिक्स, ताइक्वांडो और जूडो में दो-दो स्वर्ण पदक प्राप्त हुए।
एथलेटिक्स में अंकित ध्यानी का सबसे बेहतर प्रदर्शन रहा, इस प्रकार इस स्पर्धा में राज्य को पहला स्वर्ण पदक दिलाने वाले अंकित ध्यानी ने महिला वर्ग में 300 और 5000 मीटर रेस में एक-एक स्वर्ण पदक जीता, जबकि 10000 मीटर रेस में रजत पदक हासिल किया। राष्ट्रीय खेलों में पदक विजेताओं को खिलाड़ियों को तय धनराशि के रूप में 6 लाख से लेकर 32 लख रुपए तक मिलेंगे।
कांस्य पदक विजेता को 6 लाख रुपए की धनराशि पुरस्कार के रूप में दी जाएगी, जबकि स्वर्ण पदक विजेताओं को प्रति स्वर्ण पदक 12 लाख रुपए मिलेंगे। एथलेटिक्स में सबसे शानदार प्रदर्शन करने वाली अंकित ध्यानी ही रही जिसने दो स्वर्ण और एक रजत पदक जीता। जिसे तय पुरस्कार धनराशि के रूप में 32 लाख मिलेंगे।
अंतिम दिन में एक स्वर्ण और दो रजत पदक मिलने से राज्य में पदकों का शतक बनाया है। इसमें 24 स्वर्ण 35 रजत और 43 कांस्य पदक शामिल है। उत्तराखंड का पदक तालिका में रहा सातवां स्थान। राष्ट्रीय खेलों में कयाकिंग और कैनोइंग के मुकाबले में उत्तराखंड की सोनीया देवी ने महिला k- 1 500 मीटर स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता। वहीं पुरुषों की K- 4 500 मीटर स्पर्धा में उत्तराखंड में रजत पदक हासिल किया। राष्ट्रीय खेलों में पदक तालिका में उत्तराखंड के पदको की संख्या 99 हो गई थी। नेटबॉल मिक्स टीम में मेजबान राज्य को एक और रजत मिलने से पदों का शतक बनाकर उत्तराखंड ने नया रिकॉर्ड बना दिया है नेटबॉल टीम में ममता, अंशुल , पुष्पेश , गौरव रावत, मनीष शर्मा , जितेंद्र कुमार , ललित बिष्ट, अवंतिका, संतोष, दीक्षा विकास और चित्रा शामिल रहे।
उत्तराखंड में हुए 38वें राष्ट्रीय खेलों में पहले नंबर पर सर्विसेज जो की 66 स्वर्ण पदक समेत 117 पादकों के साथ पहले स्थान में रहा। दूसरे स्थान पर महाराष्ट्र के कुल 188 पदक जीते , जिसमें 52 स्वर्ण पदक 68 रजत और 68 कांस्य पदक शामिल है। जबकि हरियाणा पदक तालिका में तीसरे स्थान पर रहा जिसको 44 स्वर्ण 145 पदको के साथ तीसरे स्थान पर रहा।