नेपाली सुप्रीम कोर्ट की पहली मुख्य न्यायाधीश ,सुशीला कार्की ने पहली महिला प्रधानमंत्री बनकर रचा इतिहास
एक साधारण किसान परिवार से आने वाली सुशीला कार्की ने न्यायिक पेशे में बिताए 32 साल : नेपाली सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला प्रधान न्यायाधीश रह चुकी
काठमांडू। नेपाल में में हुए राजनीतिक तख्ता पलट के बाद आखिरकार अंतरिम सरकार का गठन हो गया है। सुप्रीम कोर्ट की पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को देश की अंतरिम प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया है। उन्होंने शुक्रवार रात राष्ट्रपति भवन में पद और गोपनीयता की शपथ ली। शपथ ग्रहण के तुरंत बाद शीतल निवास में कैबिनेट की पहली बैठक बुलाई गई।
सुशीला कार्की की जीवन यात्रा
सुशीला कार्की बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की छात्रा रह चुकी है। आज वह नेपाल की पहली महिला प्रधानमंत्री बनकर इतिहास रच रही है । 73 वर्षीय सुशील कार्की पूर्व में नेपाली सुप्रीम कोर्ट की प्रधान न्यायाधीश पर रह चुकी है , उन्होंने जुलाई 2016 में यह पद संभाला था और उन्हें महाभियोग का भी सामना करना पड़ा था।
एक साधारण किसान परिवार से आने वाली सुशीला कार्की ने न्यायिक पेशे में 32 साल बिताए हैं। लगभग 50 साल पहले कार्की ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की थी । उस समय उन्होंने सोचा भी नहीं होगा कि वह कभी नेपाल की राजनीति में कीर्तिमान स्थापित करेगी। नेपाली सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला प्रधान न्यायाधीश रह चुकी 73 वर्षीय सुशीला कार्की आज देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनी है।
नेपाल के राष्ट्रपति, Zen Z समूह और सेना प्रमुख के बीच राजनीतिक सहमति बनने के बाद संसद को भंग कर दिया गया है। इसी सहमति के तहत अंतरिम सरकार की कमान सुशीला कार्की को सौंपी गई है।
बता दें कि लगभग एक दशक पहले सुशीला कार्की ने नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश बनकर इतिहास रचा था। अब वे लोकतंत्र के 75 वर्षों में देश की पहली महिला प्रधानमंत्री भी बन गई हैं। उनकी नियुक्ति जेन-ज़ी आंदोलन की सिफ़ारिश का परिणाम मानी जा रही है।