मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित 17वें कृषि विज्ञान सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभा किया। इस अवसर पर सीएम धामी ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि कृषि के क्षेत्र में आधुनिकीकरण एवं कृषको का उत्थान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इस प्रतिष्ठित सम्मेलन को देवभूमी उत्तराखंड की पुण्य धरा पर आयोजित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे सम्मेलनों के द्वारा जहां एक ओर किसान भाइयों को कृषि से जुड़ी नवीनतम तकनीको, शोध परिणाम एवं उत्तम बीच -खाद आदि के विषय में जानकारी जानने का अवसर प्राप्त होगा, वहीं दूसरी और यहां पर लगे विभिन्न स्टालों के माध्यम से उन्हें और ज्ञान की पशुपालन एवं जैविक खेती जैसे कृषि की अन्य विधाओं के बारे में भी विषय विशेषज्ञों में महत्वपूर्ण मार्गदर्शन की भी मिलता है। उन्होंने कृषि जगत के इतने महत्वपूर्ण एवं प्रतिष्ठित सम्मेलन को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में किसाने के लिए ₹3 लाख तक का ऋण बिना ब्याज के देने के साथ ही फार्म मशीनरी ,बैंक योजना के अंतर्गत कृषि उपकरण खरीदने एवं एप्पल मिशन के अंतर्गत सेब के बागान लगाने पर 80 फ़ीसदी की सब्सिडी दी जा रही है। चाय बागान धौला देवी, मुनस्यारी एवं बेतालघाट को जैविक चाय बागान के रूप में परिवर्तित किए जाने का काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में सुगंध खेती को भी बढ़ावा देने की दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है। 6 अरोमा वैली विकसित करने की योजना पर भी कार्य किया जा रहा है। विभिन्न योजनाओं, नवाचारों एवं प्रशिक्षकों के माध्यम से उत्तराखंड के किसानों को प्रशिक्षित करने का कार्य किया जा रहा है। इस बार के बजट में किसानों एवं पशुपालकों के उत्थान के लिए 463 करोड़ का अलग से प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में आए किसानों से आवाह्न किया कि यहां लगाए गए विभिन्न स्टालो को देखने के साथ-साथ इस सम्मेलन के दौरान पर्वतीय क्षेत्रों की कृषि में नवाचार, डिजिटल कृषि, जलवायु परिवर्तन और स्मार्ट पशुधन पालन जैसे विभिन्न विषयों पर आयोजित होने वाली पैनल चर्चाओं एवं सेमिनार में भी अवश्य प्रतिभा करें।
मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की की इस सम्मेलन से नई-नई तकनीक के साथ-साथ कृषि एवं पशुपालन क्षेत्र में क्षेत्र के प्रति एक नया विजन सामने आएगा सम्मेलन में गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एम एस चौहान ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि सम्मेलन में 16 देश के वैज्ञानिक इस कृषि महाकुंभ में प्रतिभा कर रहे हैं। साथ ही 500 से अधिक प्रगतिशील कृषक भी प्रतिभाग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के सहयोग और प्रेरणा प से इस कृषि सम्मेलन का आयोजन संभव हो पाया है। इस दौरान मेयर विकास गर्ग, गजराज सिंह, राज्य मंत्री अनिल कपूर डब्बू, आईजी कुमाऊं डॉक्टर योगेंद्र योगेंद्र सिंह रावत, जिलाधिकारी नितिन सिंह भदोरिया, एसपी मणिकांत मिश्रा, विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपति राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के विभक्ति अध्यक्ष वैज्ञानिक और किशोर उपस्थित रहे।