विधानसभा के मानसून सत्र शुरू होने से पहले माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी जो नेता सदन भी हैं माननीय संसदीय कार्यमंत्री श्री सुबोध उनियाल जी के साथ शिष्टाचार भेंट के लिए गैरसैंण – भराड़ीसैंण में सरकारी आवास आए। वे सदन को शांति पूर्वक और निर्विघ्न चलाने का आश्वासन चाहते होंगे।
हाल के त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में पहले दिन से लोकतंत्र की हर तरह से हत्या हुई है। उत्तराखण्ड में पुलिस की सहायता से गिरोहबंद अपराधियों ने इन घटनाओं को अंजाम दिया है। चुनावों में सरकारी अधिकारी और कर्मचारी सत्ता दल के कर्मचारियों की तरह व्यवहार कर रहे थे। उत्तरकाशी के धराली में आपदा से सैकड़ों लोगों का कहीं पता ही नहीं है । एक तरफ धराली सहित पूरा प्रदेश आपदा से कराह रहा है दूसरी तरफ सदस्यों के चुनाव हार चुकी सरकार और सत्ता दल जिला पंचायत सदस्यों का अपहरण और खरीद कर अपने लोगों को जीत कर अट्टहास कर रही है। आज भी सरकार यह बताने की स्थिति में नहीं है कि धराली घटना में कुल कितने लोग हताहत हुए हैं।
इन घटनाओं से देश भर में उत्तराखंड का मान घटा है। देवभूमि की तुलना कानून व्यवस्था और सुशासन की दृष्टि से सबसे खराब राज्यों से की जाने लगी है।
ये घटनाएं आज तक कभी नहीं हुई थी। इसलिए ऐसी घटनाओं की चर्चा नियम 310 के अंतर्गत की जानी चाहिए। अन्यथा सरकारों को लोकतंत्र पर डाका डालने की आदत पड़ी रहेगी। हम पंचायत चुनावों में लोकतंत्र की हत्या और धराली सहित अन्य आपदा की घटनाओं की चर्चा नियम 310 पर करने की मांग करेंगे।
सरकार को यह मांग माननी चाहिए अन्यथा प्रदेश हित में विपक्ष का विधानसभा में बैठना निरर्थक होगा।
विधानसभा मानसून सत्र से पहले नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सीएम धामी और संसदीय कार्य मंत्री से की भेंट
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