देहरादून 21 अप्रैल। उत्तरांचल विश्वविद्यालय के लॉ कॉलेज देहरादून में आज गीता सूत्र पर आधारित दक्षता समारोह का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय की संचालन समिति की उपाध्यक्षा श्रीमती अनुराधा जोशी इस अवसर पर मुख्य अतिथि थी जबकि भारत सरकार के भारतीय ज्ञान प्रणाली केन्द्र विज्ञान एवं अध्यात्म संस्थान नई दिल्ली के आचार्य श्री मिलनदीप बतौर मुख्य वक्ता उपस्थित थे।
विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो0 राजेश बहुगुणा ने बताया कि विश्वविद्यालय के छात्रों को गीता सूत्र में दक्ष करने के उद्देश्य से एक तीन माह का ट्रेनिंग कोर्स आयोजित किया गया था। विज्ञान एवं अध्यात्म संस्थान नई दिल्ली के आचार्यो द्वारा लगातार शिक्षा देकर छात्रों को गीता सूत्र में दक्षता कराई। विश्वविद्यालय के 76 छात्रों ने इस प्रोग्राम के लिए पंजीकरण करवाया था और कड़े परिश्रम व कठिन परीक्षा के बाद 36 छात्र दक्षता प्रमाणपत्र हासिल करने में कामयाब हुए।
अपने सम्बोधन में श्रीमती अनुराधा जोशी ने कहा कि आज हर व्यक्ति और विशेषकर युवा वर्ग किसी न किसी मानसिक तनाव से ग्रस्त है। इसका परिणाम है कि समाज में नाना प्रकार की कुप्रवृतियां पनप रही हैं। समाज दिशाहिन होता जा रहा है और अपराध बढ़ रहे हैं। युवाओं का तेजी से नशे की आदत मे पड़ना इसका उदाहरण है। ऐसे में गीता सूत्रों का अभ्यास एक आशा की किरण साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि गीता मात्र एक धार्मिक पुस्तक नहीं बल्कि एक सर्वश्रेष्ठ मार्गदर्शक भी है। आज गीता का विश्वभर में पढ़ा जाना और इसकी शिक्षा का अभ्यास करना इस बात का प्रमाण है। गीता का मूल मंत्र है कर्म। और यह सर्वमान्य सत्य है कि कर्म किये बिना फल की अपेक्षा करना एक कोरी कल्पना मात्र है। और जब आप बिना कर्म किये फल की कल्पना करते हो तो आपके हाथ केवल निराशा लगती है। निराशा कुप्रवृतियों को जन्म देती है और समाज कंुठित होता जाता है।
आचार्य मिलनदीप ने बड़े सरल तरीके से गीता के 18 अध्यायों का सार बताया बल्कि गीता सार को जीवन में आत्मसात करने के आसान सूत्र भी बताये। उन्होंने दावा किया कि गीता सूत्र को आत्मसात करने वाले युवाओं में अवसाद व कुंठाओं जैसी प्रवृत्तियों से दूर-दूर का नाता नहीं रहता। उन्होंने अनेकों प्रेक्टिकल अनुभव भी करवाये जिन्हे छात्रों ने बहुत सराहा।
इस अवसर पर मुख्य रूप से लॉ कॉलेज की प्राचार्य प्रो० पूनम रावत, प्रो0 श्रवण कुमार, प्रो0 रीता रौतेला सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।