आईएसबीटी में 16 साल की नाबालिक अनबंधित 16 वर्षीय किशोरी के साथ हुए दुष्कर्म मामले में को गंभीरता से रहते हुए, विशेष जांच एसआईटी का गठन किया गया है। एसएसपी अजय सिंह ने इस घटना की निष्पक्ष और गहनता जांच के लिए सोमवार को पुलिस अधीक्षक नगर के नेतृत्व में एसआईटी गठित की। 12- 13 अगस्त की रात आईएसबीटी परिसर के भीतर रोडवेज बस में नाबालिक से रोडवेज और अनुबंधित बसों के कडंक्टरों और बस ड्राइवर ने सामूहिक दुष्कर्म किया । इस जघ्नय अपराध में शामिल पांच आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। एसएसपी ने बताया कि यूपी के मुरादाबाद निवासी पीड़िता अनुबंधित बस में सवार होकर दिल्ली के कश्मीरी गेट बस अड्डे से देहरादून आई। जांच दल बस रवानगी से लेकर बीच के स्टॉपेज की सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेगा । रास्ते में ठहराव वाले ढाबों और देहरादून आईएसबीटी के आसपास की सीसीटीवी फुटेज भी मंगा ले जाएंगे।
एसआईटी में यहां होंगे शामिल
एसआईटी में शामिल पुलिस अधीक्षक नगर प्रमोद कुमार, क्षेत्राधिकारी सदर अनिल जोशी, क्षेत्राधिकारी प्रेम नगर रीना राठौर, प्रभारी निरीक्षक पटेल नगर केके लूंठी, प्रभारी एसओजी नगर शंकर सिंह बिष्ट, महिला दरोगा ज्योति कल्याण, विनायक चौहान, फील्ड यूनिट के आशीष कुमार शामिल हैह किशोरी के साथ गैंगरेप के पांचो आरोपी जेल भेजे गए ।
देहरादून के 16 वर्षी किशोरी के साथ गैंगरेप में पांचों आरोपियों को जेल भेज दिए गए हैं । लंबी पूछताछ के बाद सोमवार को दोपहर पटेल नगर कोतवाली पुलिस ने पांचों आरोपियों को रक्षाबंधन की छुट्टी के चलते दोपहर को ड्यूटी मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया। वहां से इनको न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। दूसरी तरफ मुरादाबाद से देहरादून पहुंची पीड़ित नाबालिक के परिजनों के बयान भी दर्ज किए गए। निम्नलिखित मामले में बीते शनिवार को बाल कल्याण समिति की ओर से केस दर्ज करवाया गया था। घटनाक्रम के अनुसार 12 अगस्त की रात को करीब 2:30 बजे आईएसबीटी पर करीब 16 वर्षीय किशोरी मिली थी। बाल कल्याण समिति की टीम ने प्रारंभिक पूछताछ की तो वह अपने परिजनों के बारे में कुछ नहीं बता पाईव वारदात की रात को पुलिस को सूचित कर किशोरी को बाल बालिका निकेतन ले जाया गया । यहां तीन दिन तक एक-एक करके चाइल्ड लाइन काउंसलर, बालिका निकेतन काउंसिल और बाल कल्याण समिति की महिला सदस्यों ने पूछताछ की तो पता लगा कि किशोरी को दिल्ली के कश्मीरी गेट से रोडवेज बस का एक ड्राइवर अपने साथ बैठा कर यहां लाया, उसने रोडवेज संचालक से जुड़े उनके साथ चार साथियों ने बस में ही पीढिता से बारी-बारी गैंग रेप किया। उसके बाद पीड़िता को आईएसबीटी से पटियाला की बस में बैठ कर
भेजने की तैयारी थी। लेकिन इससे पहले ही उसे आईएसबीटी के सिक्योरिटी गार्ड ने देख लिया। तब जाकर उसे बालिका निकेतन लाया गया। वहां तीन दिन की पूछताछ के बाद उसके साथ की गई दरिंदगी का पता चला । इधर एसपी अजय सिंह ने बताया कि इस मामले में उत्तराखंड रोडवेज के अनुबंधित बस के ड्राइवर धर्मेंद्र कुमार, रवि कुमा,र रोडवेज ड्राइवर राजपाल, कंडक्टर देवेंद्र और कैशियर का काम कर रहे कंडक्टर राजेश कुमार सोनकर को गिरफ्तार किया गया । पांचों से पूछताछ में गैंगरेप का पता चला, पुलिस ने पांचों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया