आप पार्टी इको सेंसिटिव सपनों की भूमि, सीमांत औऱ सैनिक बाहुल्य हिमालयी राज्य को विशेष दर्जा मिले इसके लिए है प्रयासरत- सचिन थपलियाल
आपै लोका की पार्टी, *आम जणें पार्टी* को पुनर्जागरण पूर्ण ह्वे
अब अगला कदम — “चला गैरसैंण”
6 नवंबर एकता विहार सत्याग्रह पुनर्जागरण होने के बाद उत्तराखंड को लेकर गंभीर सचिन थपलियाल ने प्रेस को बताया कि *आम आदमी पार्टी इको सेंसिटिव सपनों की भूमि, सीमांत औऱ सैनिक बाहुल्य हिमालयी राज्य को विशेष दर्जा मिले इसके लिए चिंतित है।*
हम 9 नवंबर उत्तराखंड स्थापना दिवस के दिन चंद्र नगर गैरसैंण में ध्वजारोहण करने जा रहें हैं गोष्ठी का आयोजन करने के बाद हम सभी कार्यकर्तागण *आम जणें पार्टी* की तरफ़ से उत्तराखंडवासीयों के लिए आगामी 25 वर्षों का कल्याणकारी रोडमैप योजनाबद्ध तरीके से रखेंगे!
हम प्रशन पूछेंगे की हमारे सपनों की राजधानी चन्द्रनगर गैरसैंण है 25 साल बाद भी राजधानी गैरसैंण हवा हवाई क्यू?
राज्य बने 25 साल हो गए तो रोड मैप अब तक कहाँ था
25 साल बाद याद आया कि विज़न बनाना है?
मतलब—पहले 25 साल बिना विज़न के चला राज्य?
धामी मुख्यमंत्री मीडिया पर अगले 25 साल का रोडमैप तो दिखाई दिया लेकिन पिछले 25 साल की क़ई उपलब्धियां हैं जैसे 👇👇👇
पहाड़ बर्बाद किया, गुंडागर्दी गुंडाराज माफियागिरी,
बेतहाशा पलायन, भूतहा गांव,उत्तराखंड राजधानी नहीं, दिल्ली तंत्र,
रिकॉर्डतोड़ बेरोजगारी नौजवान बाहर,
लचर स्वास्थ्य सेवा मरीज बाहर,
बर्बाद शिक्षा व्यवस्था गरीब किसान जन लाचार —
और खुद को सिर्फ़ सोशल मीडिया पर चमकाया इसलिए सोचिये यह
हम साफ है—
यह आम जन की नहीं, सत्ता के 25 सालों की रजत जयंती है।
—हमारा संकल्प —
क्रांतिकारियों के सपनों की चंद्रनगर गैरसैंण ही उत्तराखंड की राजधानी बने ।।।
