केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी है आधुनिक भारत के विश्वकर्मा -सीएम धामी
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के 12वें दीक्षांत समारोह में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और सीएम धामी ने किया प्रतिभाग
ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के 12वें दीक्षांत समारोह में 46 को गोल्ड मेडल , 3142 छात्र छात्राओं और शोधार्थियों को दी गईं उपाधियां
देहरादून। आज देहरादून स्थित ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के 12वें दीक्षांत समारोह में केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों को एचडी की उपाधियों और डिग्रियां प्रदान की गई।
दीक्षांत समारोह के दौरान केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को भी “डॉक्टरेट ऑफ साइंस” की मानक उपाधि से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देहरादून में जाम की समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा सकारात्मक कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि ज्ञान के साथ विश्वसनीयता, ईमानदारी और सद्भावना का संयोग सफलता के रास्ते खोल देता है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के 12वें दीक्षांत समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित किया। नितिन गडकरी को ग्राफिक एरा ने नये हाईवे और वर्ल्ड क्लास एक्सप्रेस निर्माण, पर्यावरण अनुकूल परिवहन और यातायात में डिजीटल इनोवेशन के क्षेत्र में अमूल्य कार्यों के लिए डॉक्टर ऑफ साईंस की उपाधि से अलंकृत किया।
नितिन गडकरी ने सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह दिन विद्यार्थियों के परिश्रम, समर्पण और संकल्प का प्रमाण है। यह डिग्री शैक्षणिक उपाधि के साथ ही एक जिम्मेदारी भी है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के पास विश्व के सबसे ज्यादा युवा प्रतिभावान और कौशल से परिपूर्ण मानव संसाधन है। विदेशों में हमारे युवा प्रतिभाओं का बोलबाला है। यह प्रतिभाशाली युवा हमारे देश के लिए वेल्थ क्रिएटर भी है, लिहाजा हमारी धारणा नौकरी मांगने की बजाय नौकरी देने की होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि ब्रिज, टनल, सड़क, हाईवे जैसे निर्माण के क्षेत्र में बीते सालों में कई कृतिमान स्थापित हुए हैं । केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार निरंतर ग्रीन एनर्जी पर कार्य कर रही है। हाइड्रोजन गैस हमारे भविष्य का इंधन है। ऑर्गेनिक म्युनिसिपल वेस्ट से हाइड्रोजन बनाने का कार्य किया जा रहा है , जो बहुत सस्ता विकल्प है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं हाइड्रोजन गैस पर चलने वाली गाड़ी का इस्तेमाल करते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत युवाओं, शोधकर्ताओं , स्टार्टअप का देश है। दुनिया के टॉप कंपनियों में भारतीय मूल के सीईओ हैं। यह भारत की शक्ति और प्रतिभा को दर्शाता है । उन्होंने कहा कि हमें डोमेस्टिक हैप्पीनेस इंडेक्स को बढ़ाने पर भी कार्य करना होगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का स्वागत करते हुए उन्हें आधुनिक भारत का विश्वकर्मा बताया। उन्होंने कहा कि श्री नितिन गडकरी के नेतृत्व में देशभर में तेजी से विश्वस्तरीय एक्सप्रेस व ग्रीन कॉरिडोर, लॉजिस्टिक हब और सड़कों का विकास हो रहा है। मुख्यमंत्री ने युवाओं से आवाह्न किया कि वह अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग विकसित भारत के निर्माण में करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार उत्तराखंड को शिक्षा नवाचार के क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित कर रही है। नई शिक्षा नीति को लागू कर प्रदेश के विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और बिग डाटा जैसे कोर्स संचालित किये जा रहे हैं । देहरादून, हल्द्वानी , अल्मोड़ा में साइंस सेंटर का निर्माण कर साइंटिफिक रिसर्च को बढ़ावा दिया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी की उपाधियां पाने वाले छात्र छात्राओं से सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जीवन में शॉर्ट कट को न अपनाये, शॉर्ट कट कामयाबी को शॉर्ट कर देगा। जीवन में अनेक कठिनाइयों, असफलताओं और विरोधाभासों का सामना होगा, लेकिन इनसे विचलित होने के बजाय सबक लेना चाहिये। युवा देश का भविष्य हैं, उनमें इतनी क्षमताएं हैं कि जिस क्षेत्र में कार्य करेंगे, उसमें सफलता हासिल कर सकते हैं।गडकरी ने कहा कि आज सिर्फ ज्ञान नहीं, बल्कि मूल्य आधारित ज्ञान आवश्यक है। ग्राफिक एरा केवल ज्ञान देने वाला विश्वविद्यालय नहीं है, बल्कि उन्हें वैल्यू से भी जोड़ता है। डॉ घनशाला की दूरदर्शिता की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि वे बच्चों को ज्ञान देने के साथ ही अच्छा इंसान भी बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये उपाधि दरअसल समाज के प्रति जिम्मेदारी है। जीवन में सफल होने के बाद में लोगों के प्रति संवेदनाएं कायम रखनी चाहियें और आदर्शों को जीवित रखना जरूरी है। भारत के युवा शोध, बड़ी उद्यमियता के क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। युवाओं में सामाजिक नेतृत्व का कौशल बढ़ रहा है। भूटान के पीएम के भाषण का उल्लेख करते हुए छात्र छात्राओं से डोमेस्टिक हैप्पी ह्यूमन इंडेक्स बढ़ाने का आह्वान किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रस्ताव दें, तो देहरादून में हवा में चलने वाली डबल डेकर बस चलवा देंगे।
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों में ऐसी प्रतिभा होती है कि वे समस्याओं को अवसरों में बदल देते हैं। छात्रों को ऐसी ही राह पर चलना चाहिए। इसके विपरीत कुछ लोग ऐसे होते हैं जो अवसरों को समस्या बना देते हैं, ऐसे लोगों से बचना चाहिये। फाइनेंसियल ऑडिट होता है, परफोर्मेंस का भी ऑडिट होना चाहिए। जो परफोर्म नहीं करते उनकी छुट्टी कर देनी चाहिए।गडकरी ने अपने जीवन का सबसे अच्छा काम रिक्शा चलाने वाले एक करोड लोगों और कंधों से रिक्शा खींचने वाले 50 लाख लोगों को इस कष्टदायी मजदूरी से निजात दिलाने को अपने जीवन का सबसे बड़ा काम बताया। मैकेनाइज्ड ई-रिक्शा के जरिये उन्होंने डेढ करोड लोगों को रोजी सलामत रखते हुए इससे छुटकारा दिलाया है। उन्होंने युवाओं से कहा कि केवल खुद को खुशी देने वाली सफलता, वास्तविक सफलता नहीं होती। सफलता वह है जिससे दूसरों को भी खुशी मिले। इसके लिए टीम भावना से कार्य करना जरूरी है। मुख्य अतिथि गडकरी ने राखी घनशाला, हेमानी सेमवाल, सविता नेगी, वर्तिका अग्रवाल और अनिल रतूड़ी को पीएचडी की उपाधियों से अलंकृत किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने छात्र छात्राओं से विकसित भारत बनाने में योगदान देने का आह्वान करते हुए कहा कि ये केवल डिग्री नहीं है, उनके कठिन परिश्रम का परिणाम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखंड में शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में बहुत कार्य किये जा रहे हैं। देहरादून में साईंस सिटी, अल्मोड़ा में साईंस सेंटर और हल्द्वानी में एस्ट्रो पार्क बनाये जा रहे हैं। युवाओं में इंटरप्रिन्योरशिप विकसित करने के लिए ये कदम उठाये गये हैं। देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून इस राज्य में बनाया गया है और 23 हजार युवाओं को पारदर्शिता के साथ सरकारी विभागों में नियुक्तियां दी गई हैं।
राज्य के शिक्षा व स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जितना समय हैलीकॉप्टर से दिल्ली से देहरादून आने में लगता है, एक्सप्रेस वे बनने के बाद उतने ही समय में सड़क मार्ग से पहुंचा जा सकेगा। डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गडकरी एक विश्वविद्यालय की तरह हैं, उन्होंने जो बैंच मार्क स्थापित किये हैं, वे युवाओं के लिए सफलता के मंत्र की तरह हैं। उन्होंने डॉ कमल घनशाला के संघर्ष का उल्लेख करते हुए कहा कि केवल 29 हजार रुपये की पूंजी से कार्य शुरू करके आज ग्राफिक एरा को विश्व की टॉप यूनिवर्सिटी में एक बना दिया है।
ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने कहा कि नये हाईवे, ऑल वेदर रोड और एक्सप्रेस-वे ने उत्तराखंड के साथ ही देश भर में सफर को सुविधाजनक बना दिया है। केदारनाथ में बनने वाले रोपवे से केवल 36 मिनट में सोनप्रयाग से केदारनाथ पहुंचा जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने शहर की तस्वीर बदलने के लिए एलीवेटेड रोड बनाने की शुरूआत की है। डॉ घनशाला ने गडकरी को युवाओं को प्रेरित करके उनमें ऊर्जा भरने वाले ओजस्वी वक्ता बताते हुए उनका नागपुर का एक संस्मरण सुनाया।
दीक्षांत समारोह में वर्ष 2024 बैच के कुल मिलाकर 3142 छात्र छात्राओं को स्नातक से पीएचडी तक उपाधियां दी गईं। इनमें इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, कम्प्यूटर एप्लीकेशन, बायोटेक, माइक्रोबाइलॉजी, पर्यावरण विज्ञान, कॉमर्स, इंगलिश, गणित, होटल मैनेजमेंट आदि के स्कॉलर और छात्र छात्राएं शामिल हैं। आज 798 छात्र छात्राओं को पोस्ट ग्रेजुएट और 2307 को ग्रेजुएट की उपाधि दी गई।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत, राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट, विधायक मुन्ना सिंह चौहान, ग्राफिक एरा के अध्यक्ष प्रोफेसर कमल धसमाना, कुलाधिपति एवं सदस्य नीति आयोग डॉक्टर वी के सारस्वत, कुलपति प्रोफेसर नरपिंदर सिंह आदि मौजूद रहे।