
उत्तराखंड के फेमस पूर्व नेशनल खिलाडी, रेफरी और इंटरनेशनल कोच डॉ विरेन्द्र सिंह रावत के 27 सालों से निश्वार्थ भाव से खिलाडी, कोच और रेफरी का भविष्य बना रहे है
5 सितम्बर सर्वपल्ली राधाकृष्णन शिक्षक का जन्म 1888 मे हुवा था 1962 से 1967 तक भारत देश के पहले राष्ट्रपति बने और शिक्षा के छेत्र मे एक राजनीतिज्ञ, विद्वान, प्रसिद्ध दार्शनिक थे और देश विदेश मे नाम कमाया
डॉ रावत को उत्तरप्रदेश सरकार की संस्था माँ सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन और उपाध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त एडवोकेट शिवानी जैन के द्वारा प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया
डॉ रावत ने माँ सरस्वती शिक्षा समिति के अधिकारीयों का तह दिल से धन्यवाद दिया और कहा शिक्षक दिवस के दिन भारत देश के महा पुरुष प्रथम राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर मनाया जाने वाला दिवस पर शिक्षक सम्मान मिलना गौरव की बात है
डॉ रावत ने कहा की हर शिक्षक का कर्तव्य है की छोटे बच्चो को कोई भी इंसान ज्ञान देता है वो अच्छा ज्ञान दे बच्चों को अच्छे संस्कार दे जिससे वो एक अच्छे इंसान बने और अपना, राज्य का और देश का नाम रोशन करे, गुरु हर युवा को नशे से दूर, फ़ास्ट फूड से दूर, मोबाइल से दूर करने का पाट पढाये, स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करे, सकारात्मक सोच रखे,
डॉ रावत को अनगिनत सम्मान स्टेट, नेशनल और इंटरनेशनल अवार्ड भारत देश के विभिन्न राज्यों से प्राप्त हो चुके है
बस आज का युवा हार ना माने बस हमारी इस कविता को जीवन भर अमल करे
असफलता एक चुनौती है इसे स्वीकार करो क्या कमी रह गयी देखो और सुधार करो ज़ब तक ना सफल हो तुम, संघर्ष का मैदान छोड़कर मत भागो तुम कुछ किए बिना ही जय जय कार नहीं होती कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती


