मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहल से आज देहरादून में 17 देश में रहने वाले उत्तराखंडी एक साथ एकजुट हुए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज देहरादून में प्रथम अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का उद्घाटन किया। इसके लिए पंजीकृत प्रवासी शनिवार को ही देहरादून पहुंच गए थे। देहरादून पहुंचने पर एयरपोर्ट और होटल में उत्तराखंड की सांस्कृतिक परंपराओं के साथ उनका स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज उत्तराखंड जिस तरह से हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है आप सभी को इस बात पर गर्व होगा।आज हम दुनिया के सबसे तेजी से आगे बढ़ाने वाले राज्यों में शामिल हैं। चाहे ज्ञान हो, विज्ञान हो, व्यापार हो, उद्योग हो, शिक्षा हो या चिकित्सा हो आज हम हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। आप सभी के अनुभव न सिर्फ हमारी सरकार के लिए सबक बनेंगे बल्कि हर उत्तराखंडी के लिए मार्गदर्शन का कार्य करेंगे। सम्मेलन में उत्तराखंड के निवेश की संभावना, हॉस्पिटैलिटी, वैलनेस , कौशल विकास, विदेश में रोजगार और उच्च शिक्षा के साथ ही जड़ी बूटी में संभावना विषय पर चार अलग-अलग सत्रों में पैनल डिस्कशन भी किया जाएगा। यह कार्यक्रम विदेश में रहने वाले प्रवासी उत्तराखंडियों को अपनी मिट्टी से जोड़ने की सीएम धामी की एक अद्भुत पहल है। दिसंबर 2023 में आयोजित इन्वेस्टर सबमिट से पहले सीएम धामी विदेश दौरे पर गए थे जहां प्रवासियों ने उनका स्वागत किया था। इस दौरान तमाम सफल लोगों के सीएम ने मुलाकात की इसी के बाद सीएम ने ऐसे प्रवासियों के अनुभवों का लाभ लेने के लिए शासन में प्रवासी उत्तराखंड सेल गठित करने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन भी आयोजित करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर सीएम धामी ने उतराखंडी सम्मेलन में प्रवासी भाई बहनों को संबोधित कर प्रदेश के विकास में योगदान देने के लिए प्रवासी जनों का सम्मानित किया। इस अवसर पर सीएम धामी द्वारा सम्मेलन स्थल पर लगाये गये विभिन्न स्थलों का भी निरीक्षण किया। सीएम धामी ने कहा कि विदेश में रहने वाले प्रवासी उत्तराखंडी हमारे प्रदेश के सशक्त ब्रांड एंबेसडर है। वह न केवल अपने-अपने क्षेत्र में अलग पहचान बन चुके हैं बल्कि उत्तराखंड को वैश्विक मंच पर भी पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। वर्तमान में 30 से अधिक प्रवासी भाई बहनों द्वारा प्रदेश के गांव को गोद लेकर वहां के लोगों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने जैसे विभिन्न कार्य किया जा रहे हैं। जो सामाजिक उत्थान में सहायक सिद्ध हो रहे हैं। हमारी सरकार भी विभिन्न नीतियों और योजनाओं के माध्यम से प्रवासी उत्तराखंडियों की सक्रिय भागीदारी को प्रदेश के विकास में सुनिश्चित करने की लिए निरंतर प्रयासरत है।