यूकॉस्ट द्वारा हास्ट एवं दून पीजी कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर साइंस एंड टेक्नोलॉजी के संयुक्त तत्वाधान में हिमालय दिवस कार्यक्रम का आयोजन आज 8 सितंबर 2025 को कॉलेज के सभागार में किया गया। कार्यक्रम समन्वयक यूकॉस्ट वैज्ञानिक डॉ भवतोष शर्मा ने कहा कि कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि यूकॉस्ट महानिदेशक प्रोफेसर दुर्गेश पंत के मार्गदर्शन में दिनांक 2 सितंबर से “हिमालय दिवस सप्ताह” प्रारंभ किया गया है।
कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री माननीय श्री पुष्कर सिंह धामी जी का “हिमालय दिवस कार्यक्रम” का वीडियो उपस्थित प्रतिभागियों को दिखाया गया जिसमें उन्होंने सभी से हिमालय क्षेत्र के संसाधनों के संरक्षण, जल स्रोतों के संरक्षण, बुग्यालों के संरक्षण का सभी से आवाहन किया ।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए पर्यावरणविद् “पाणी रखो आंदोलन” के प्रणेता
श्री सच्चिदानंद भारती ने अपने व्याख्यान में हिमालय के संरक्षण का आह्वान किया उन्होंने पर्वतीय भूभागों में बहने वाले जल स्रोतों के संरक्षण संवर्धन करने, जल तलैया बनाने और भविष्य की जल जरूरत को पूरा करने के लिए सभी से मिलकर कार्य करने का आह्वान किया।
जूलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया देहरादून के हेड (विभाग अध्यक्ष) वैज्ञानिक डॉ. गौरव शर्मा ने अपने प्रेजेंटेशन में हिमालयी जैव विविधता को समझाया । विभिन्न जीव जंतुओं के संरक्षण, उनके अध्ययन, उन पर किए जा रहे वैज्ञानिक कार्यों को प्रदर्शित किया तथा हिमालयी क्षेत्र में इन जीवों के संरक्षण हेतु सभी से जागरूक रहने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में डॉ भवतोष शर्मा ने कहा कि यूकॉस्ट के महानिदेशक प्रोफेसर दुर्गेश पंत के मार्गदर्शन में यूकॉस्ट द्वारा “मां धारा नमन” कार्यक्रम के माध्यम से विभिन्न प्राकृतिक जलधारों के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में कार्य प्रारंभ किया गया है ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दून ग्रुप ऑफ़ कॉलेज के अध्यक्ष श्री डी. एस. चौधरी ने सभी से पर्यावरण के प्रति ईमानदारी से कार्य करने का आह्वान किया।
संस्थान के निदेशक डॉ संजय चौधरी ने कहा कि हम सभी को पर्यावरण के प्रति अनुकूल व्यवहार करना होगा । प्राचार्य डॉ. आर. जी. उपाध्याय ने विद्यार्थियों से पर्यावरण बचाने का संकल्प लेने का आह्वान किया।
एडमिन कोऑर्डिनेटर श्री अनुज सिंह राणा, डॉ रूप किशोर शर्मा, पूर्व प्राचार्य डॉ आर. आर. द्विवेदी, श्री आर. के. मिश्रा, डॉ. मेघा पंवार, डॉ . प्रीति सक्सेना सहित लगभग 200 प्रतिभागियों ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ भवतोष शर्मा तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ प्रीति सक्सेना ने किया।\