बेस्ट
नरेश तलवार 71 वर्षीय दुबईके गोल्डन वीज़ा धारक ने अपनी बाएँ आंखों में मोतियाबिन्द की शिकायत होने पर देहरादून में हॉस्पिटल के बारे में पता किया.
सोशल मीडिया तथा देहरादून के दोस्तों की सलाह पर डॉ सुशील ओझा, प्रोफेसर एंड यूनिट हेड से ऑपरेशन कराने के बारे में सलाह मिली. साथ ही यह भी पता चला की नेत्र रोग विभाग आधुनिक उपकरणों से मौजूद है. मात्र 2.2mm incision से ऑपरेशन बिना injection के ड्रॉप से ही सुन्न करके किए जाते है.
सब कुछ पता करके मेने शनिवार 26.07.25 को दून चिकित्सालय में डॉक्टर सुशील ओझा को दिखाया.
जरूरी जांचों के बाद मेरा ऑपरेशन सफलता पूर्वक बिना इंजेक्शन से सुन्न करे 28.07 को किया गया.
पिछली आंख का ऑपरेशन मेने मुंबई के प्राइवेट हॉस्पिटल में करवाया था. मुझे उससे भी कम प्रॉब्लम दून हॉस्पिटल में हुयी. में उत्तराखंड सरकार को भी विश्व स्तरीय चिकित्सा सेवा देने के लिए बधाई देता हूँ.
चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने बताया की भविष्य में दून चिकित्सालय में मेडिकल टूरिज्म स्तर पर भी कार्य करने के लिए विचार किया जा रहा है
निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना ने टीम को बधाई दी. साथ ही यह भी बताया की दून मेडिकल कॉलेज को चिकित्सा क्षेत्र में अगले 5 वर्षों में टॉप 100 मेडिकल कॉलेज में ले जाना है.
प्राचार्या डॉ गीता जैन तथा विभागाध्यक्ष डॉ शांति पांडे ने बताया की नेत्र रोग विभाग को अपग्रेड किया जा रहा है. पर्दे का इलाज तथा eye बैंक की स्थापना भी जल्द कर दी जाएगी.
चिकित्सा अधीक्षक डॉ आर एस बिष्ट ऐवम डॉ. नंदन सिंह बिष्ट ने टीम को बधाई दी.
सर्जरी की टीम में डॉ सुशील ओझा ,डाॅ दुष्यंत उपाध्याय, डॉ नीरज शाश्वत, डॉ नितेश यादव ,डॉ सचिन रोहिल्ला, डॉ अंशु ब्रदर , सिस्टर वाणी आदि मौजूद है।