प्रदेश के 500 विद्यालयों में वर्चुअल कक्षाएं की जा रही संचालित तथा 840 नए विद्यालयों में हाइब्रिड मोड पर स्मार्ट क्लासरूम किए गए हैं स्थापित- सीएम धामी
सरकार द्वारा स्थानीय भाषा में संस्कृति के संरक्षण के लिए गढ़वाली, कुमाऊनी, जौनसारी भाषाओं में पुस्तके की गई तैयार
देहरादून । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में मेधावी छात्र सम्मान समारोह में उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के हाई स्कूल और इंटरमीडिएट के 75 मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। अमर उजाला समाचार पत्र द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्मान समारोह के माध्यम से प्रतिवर्ष हमारे राज्य के प्रतिभावान छात्रों को सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया जाता है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्मानित हो रहे सभी प्रतिभाशाली विद्यार्थी राज्य के उज्जवल भविष्य की नींव है। अपने माता-पिता शिक्षकों और विद्यालय के साथ ही इन विद्यार्थियों ने उत्तराखंड का मान भी बढ़ाया है। प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सरकार निरंतर प्रयासरत है । सरकार द्वारा क्वालिटी एजुकेशन का विशेष ध्यान दिया जा रहा है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सरकारी विद्यालयों में एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तकें अनिवार्य की गई है। राजकीय और सहायता प्राप्त विद्यालयों में कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी छात्रों को निशुल्क पाठ्य पुस्तके उपलब्ध कराई जा रही है। प्रदेश में 226 विद्यालयों को पीएम श्री विद्यालय की रूप में विकसित किया जा रहा है। 500 विद्यालयों में वर्चुअल कक्षाएं संचालित की जा रही हैं तथा 840 विद्यालयों में हाइब्रिड मोड पर स्मार्ट क्लासरूम भी स्थापित कर दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के सरकारी और अशासकीय स्कूलों में 6 से 12वीं कक्षा तक के मेधावी छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री मेधावी छात्र प्रोत्साहन छात्रवृति योजना के माध्यम से प्रत्येक माह छात्रवृत्ति दी जा रही है। बच्चों के व्यक्तित्व विकास के उद्देश्य से प्रत्येक विकासखंड के 10वीं और 12वीं के मेघावी छात्रों को भारत भ्रमण पर भेजने की शुरुआत की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा स्थानीय भाषा में संस्कृति के संरक्षण के लिए गढ़वाली, कुमाऊनी, जौनसारी भाषाओं में पुस्तके तैयार की गई है । ‘हमारी विरासत’ पुस्तक के माध्यम से कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों को भारत की संस्कृति, लोक परंपरा और महान विभूतियों से परिचित करने का कार्य किया जा रहा है। बच्चों के में कौशल उद्यमिता और भारतीय ज्ञान परंपरा को विकसित करने के लिए कौशल कार्यक्रम की भी प्रारंभ किया गया है।
इस अवसर पर शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ,सलाहकार संपादक अमर उजाला उदय कुमार एवं कई लोग उपस्थित रहे।