चारधाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने से हो जाएगी । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन में श्री यमुनोत्री धाम एवं श्री गंगोत्री धाम यात्रा मार्गों व पड़ावो पर यात्रा व्यवस्थाओं को सुगम और सुरक्षित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री द्वारा चारधाम यात्रा को सुव्यवस्थित रूप से संचालन के लिए अनेक महत्वपूर्ण कार्य हेतु आवश्यक धनराशि की स्वीकृति प्रदान कर स्वयं इन कार्यों की प्रगति की नियमित समीक्षा की जा रही है।
जिलाधिकारी उत्तरकाशी डॉक्टर मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम में बाढ़ सुरक्षा कार्यों एवं घाटों की मरम्मत का काम को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ किया जा रहा है। इन महत्वपूर्ण कार्यों को समयबद्ध पूरा करने पर शासन प्रशासन द्वारा विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
इसके साथ यात्रा मार्गो को बेहतर बनाएं रखने के लिए इस बार महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहे हैं। श्री यमुनोत्री धाम में लगभग 38 करोड़ की लागत से और श्री गंगोत्री धाम क्षेत्र में लगभग 40 करोड़ की लागत से कार्य स्वीकृत किए गए हैं।
डॉक्टर मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि श्री गंगोत्री धाम एवं श्री यमुनोत्री धाम में जो कार्यों की स्वीकृति प्रदान की गई है, उसमें अधिकांश कार्य तीव्र गति से निर्माणाधीन है। इसके अतिरिक्त श्री यमुनोत्री धाम एवं जानकीचट्टी में श्री राम मंदिर से अखोरी पुल तक यमुना नदी के दोनों तरफ बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य हेतु मशीन की उपलब्धता सुनिश्चित करने की कार्रवाई की जा रही है।
जिलाधिकारी उत्तरकाशी ने बताया कि चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं से संबंधित सभी कार्यों को यात्रा प्रारंभ होने से पूर्व आवश्यक रूप से संपन्न कराए जाने हेतु संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार श्री यमुनोत्री धाम एवं श्री गंगोत्री धाम में कार्यों की प्रगति का नियमित रूप से अनुसरण कर यात्रा व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाया जा रहा है।