फेंसिंग जैसे गौरवशाली खेल को उत्तराखंड में मिले पहचान: यही हमारी प्रतिबद्धता – रेखा आर्य
प्रतियोगिता में टीम इंडिया ने हासिल किया पहला स्थान: 17 एशियाई देशों के 200 से ज्यादा खिलाड़ी हुए शामिल
हल्द्वानी। खेल मंत्री रेखा आर्या ने आज हल्द्वानी में आयोजित एशियन कैडेट कप फेंसिंग चैंपियनशिप के समापन में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग कर विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए गए। इस प्रतियोगिता में इंडिया की फेंसिंग टीम ने पहला स्थान हासिल किया जोकि गौरवान्वित क्षण रहा। प्रतियोगिता में कुल 17 देश के 200 से ज्यादा खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
हल्द्वानी के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल स्पोर्ट्स स्टेडियम में 19 सितंबर से चल रही एशियन कैडेट कप फेंसिंग चैंपियनशिप का रविवार को समापन हो गया। कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या प्रतियोगिता का अंतिम मैच देखने स्टेडियम पहुंची थी। इसके बाद उन्होंने सभी विजेता खिलाड़ियों और टीमों को पदक वितरित कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि उत्तराखंड को खेल भूमि के रूप में विकसित करने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। हमारा प्रयास है कि हर घर से एक खिलाड़ी निकले। फेंसिंग जैसी गौरवशाली खेल में भी उत्तराखंड को नई पहचान मिले यही हमारी प्रतिबद्धता है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में लगातार अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन की संख्या बढ़ रही है और इससे यहां के खिलाड़ी भी प्रेरित होंगे। उन्होंने कहा कि फेंसिंग जैसे पुराने खेल में उत्तराखंड को भी एक बड़ी ताकत बनाए जाने की जरूरत है।
खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि 38वें राष्ट्रीय खेलों के दौरान फेंसिंग में उत्तराखंड के कई खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन इस खेल के विकास के लिए अभी यहां काफी काम किया जाना बाकी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हर खेल के विकास के लिए लगातार काम कर रही है और उत्तराखंड को खेल भूमि के रूप में विकसित करने के लिए आवश्यक है कि यहां हर घर से एक खिलाड़ी निकले।
इस अवसर पर भारतीय ओलंपिक संघ के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष अनिल खन्ना, फेंसिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महासचिव राजीव मेहता, उत्तरांचल ओलंपिक संघ के अध्यक्ष महेश नेगी, इराक फेंसिंग संगठन के महासचिव हसन घालिब, ईरान फेंसिंग संगठन के अध्यक्ष जायद हसन, उत्तरांचल ओलंपिक संघ के महासचिव डीके सिंह, अशोक दुधारे, डीके साहू, सुरजीत सिंह, देवेंद्र सिंह बिष्ट आदि उपस्थित रहे।