सीएम धामी ने हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत की गई घोषणाओं एवं अन्य विकास कार्यों की की समीक्षा
विधानसभा क्षेत्रों की विभिन्न जन समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारी विधायकगणों से निरंतर करें संवाद -सीएम धामी
विधायकगणों द्वारा दिए गए शीर्ष प्राथमिकताओं के कार्यों में लाई जाए तेजी, यदि किसी कार्य में कोई समस्या है, तो संबंधित क्षेत्र के विधायकगणों से सचिव एवं विभागाध्यक्ष वार्ता कर समस्या का करें समाधान
हरिद्वार में जल भराव की समस्या के समाधान के लिए विस्तृत योजना बनाने के दिए निर्देश
राज्य की सभी 70 विधानसभाओं के अंतर्गत की गई घोषणाओं और अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए शासन-प्रशासन और विधानसभा क्षेत्र के बीच सेतु की भूमिका में कार्य करने के लिए नोडल अधिकारी के रूप में अपर सचिव स्तर के अधिकारियों को जिम्मेदारी जल्द दी जाए।
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सचिवालय में हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली विधानसभाओं की मुख्यमंत्री घोषणाओं और अन्य कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए की विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न जन समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारी , विधायक गणों से निरंतर संवाद करें।
सीएम धामी ने कहा कि राज्य की सभी 70 विधानसभाओं के अंतर्गत की गई घोषणाओं और अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं के शीघ्र क्रियान्वयन के लिए शासन- प्रशासन और विधानसभा क्षेत्रों के बीच सेतु की भूमिका कार्य करें। इसके लिए नोडल अधिकारियों के रूप में अपर सचिव स्तर के अधिकारियों को जिम्मेदारी जल्दी दी जाए। हर विधानसभा में अपने सांस्कृतिक परंपराओं और विरासत को उजागर करते हुए कुछ नवाचार किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि विधायकगणों द्वारा दी गई विशेष प्राथमिकताओं के कार्यों में तेजी लाई जाए। यदि किसी कार्य में कोई समस्या आ रही है तो संबंधित क्षेत्र के विधायकगणों से सचिव एवं विभागाध्यक्ष वार्ता कर समस्या का समाधान करें। हरिद्वार में जल भराव की समस्या के स्थाई समाधान के लिए विस्तृत योजना बनाई जाए। इसका सर्वे कार्य जल्द पूरा कर प्रस्ताव बनाया जाए। ऋषिकेश की त्रिवेणी घाट में स्थाई पानी की व्यवस्था के लिए एक माह में डीपीआर तैयार की जाए।
सीएम धामी ने कहा कि संजय झील को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की कार्रवाई में तेजी लाई जाए। कावड़ यात्रा के दौरान लोगों को आवागमन और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के लिए परेशानी ना हो इसके लिए वैकल्पिक मार्गों की व्यवस्था की सुनिश्चित कर प्लान पर कार्य किया जाए। शहरी क्षेत्र में ड्रेनेज सिस्टम को मजबूत बनाया जाए पार्कों के निर्माण और सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए की मानसून के बाद निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाए। बरसात के बाद सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए अभियान चलाया जाए। मुख्यमंत्री निर्देश दिए कि एम्स ऋषिकेश और किच्छा में बनने वाले एम्स के सेटेलाइट सेंटर के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए। हर जिले में दो दो गांव आदर्श गांव के रूप में विकसित किया जाए।
इस बैठक के दौरान विधायक विनोद चमोली , प्रेमचंद अग्रवाल, मदन कौशिक, बृजभूषण गैरोला, प्रदीप बत्रा, मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, डॉक्टर आर मीनाक्षी सुंदरम , सचिवगण। अपर सचिवगण, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष एवं वर्चुअल माध्यम से संबंधित जिलाधिकारी उपस्थित रहे।