एम्स ऋषिकेश द्वारा हेलीकॉप्टर और ड्रोन सेवाओं को संचालित कर 309 गंभीर मरीजों को बचाना सराहनीय पहल -जेपी नड्डा
ऋषिकेश। आज अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश के पांचवें दीक्षांत समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा की मौजूदगी में भव्यता के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस समारोह की अध्यक्षता केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने की। उन्होंने चिकित्सा शिक्षा के छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ‘दीक्षांत समारोह केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक ऐसी अनुभूति है, जो छात्र जीवन की उपलब्धियों की सार्वजनिक मान्यता है।’श्री नड्डा ने कहा कि सरकार का उद्देश्य सस्ती, गुणवत्तापूर्ण और सर्वसुलभ स्वास्थ्य सेवाएं देना है, जो केवल उपचार तक सीमित न हों, बल्कि निवारक, उपशामक और पुनर्वासिक स्वरूप में भी हों। उन्होंने बताया कि वर्तमान में देशभर में 1.75 लाख आयुष्मान आरोग्य मंदिर संचालित हो रहे हैं। पिछले 10 वर्षों में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 101 प्रतिशत, एमबीबीएस सीटों में 130 प्रतिशत और पीजी सीटों में 138 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।
एम्स ऋषिकेश की उपलब्धियों पर विशेष बल देते हुए, केंद्रीय मंत्री ने हेलीकॉप्टर और ड्रोन सेवाओं की मदद से गंभीर मरीजों के लिए की गई 309 जीवनरक्षक उड़ानों और ई-संजीवनी जैसी टेलीमेडिसिन सेवाओं के उपयोग को देश के लिए अनुकरणीय बताया। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘सरकार प्रत्येक एमबीबीएस छात्र पर 30 से 35 लाख रुपये खर्च करती है, ऐसे में यह आवश्यक है कि चिकित्सक सेवा की भावना और समर्पण के साथ कार्य करें।’
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने संस्थान की स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूती देने के लिए आयुष विभाग में एकीकृत चिकित्सा, न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में पीईटी स्कैन मशीन, रेडियोलॉजी विभाग में पीएसीएस सुविधा, और बाल चिकित्सा विभाग में सेंटर फॉर एडवांस्ड पीडियाट्रिक्स जैसी कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं का लोकार्पण किया।
दीक्षांत समारोह में कुल 434 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं, जिनमें 98 एमबीबीएस, 95 बीएससी (ऑनर्स) नर्सिंग, 54 बीएससी अलाईड हेल्थ साइंसेज, 109 एमडी/एमएस/एमडीएस, 17 एमएससी नर्सिंग, 1 एमएससी मेडिकल अलाईड, 12 मास्टर्स ऑफ पब्लिक हेल्थ, 40 डीएम/एमसीएच और 8 पीएचडी छात्र शामिल थे। 10 छात्रों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया स्वास्थ्य क्षेत्र की प्रगति का उल्लेख
समारोह में मौजूद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में देश की स्वास्थ्य सेवाओं में तेजी से विस्तार हुआ है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने हेतु निरंतर कार्य किया जा रहा है। “आज एम्स ऋषिकेश में रोबोटिक सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, घुटना प्रत्यारोपण, और रेडिएशन थेरेपी जैसी अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हैं,” उन्होंने कहा।
मुख्यमंत्री ने हेली एंबुलेंस सेवा, राज्य में चल रहे 207 निःशुल्क पैथोलॉजिकल जांच सुविधाएं, और 14 लाख से अधिक आयुष्मान लाभार्थियों का उल्लेख करते हुए कहा कि उत्तराखंड की 5000 से अधिक ग्राम सभाएं टीबी मुक्त हो चुकी हैं।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, लोकसभा सांसद अजय भट्ट, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत समेत अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।