मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज चमोली जिले के माणा के पास हुए हिमस्खलन प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षित बाहर निकल गए श्रमिकों का कुशलक्षेम भी जाना। मुख्यमंत्री ने बचाव कार्य में जुटे सैन्य अधिकारियों एवं प्रशासनिक टीमों से विस्तृत जानकारी प्राप्त कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार संकट किस घड़ी में प्रभावितों की हर संभव सहायता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सीएम धामी ने कहा कि प्रभावित श्रमिकों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है प्रशासन सेनि और एसडीआरएफ की टीम लगातार राहत कार्यों में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार द्वारा भी बचाव कार्यों में पूरा सहयोग मिल रहा है ।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को ज्योर्तिमठ पहुंचकर रेस्क्यू अभियान का जायजा लिया उन्होंने घटनास्थल में हवाई निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि 55 मे से 50 मजदूरो रेस्क्यू किया जा चुका है । बाकी पांच लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान जारी है।
जो लोग रेस्क्यू किए गए हैं उनको ज्योर्तिमठ लाया गया है । सभी का उपचार किया जा रहा है। आवश्यकता पड़ने पर उन्हें हायर सेंटर भी रेफर किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने आर्मी हॉस्पिटल में उपचारहीन मजदूरों से मुलाकात कर उनका हाल जाना । उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि खोज बचाव कार्य में किसी भी प्रकार के आवश्यक संसाधनों की कमी ना हो। जो भी आवश्यकता हो उनको समय से चिन्हित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार से पूरी मदद हो मुहैया कराई जा रही है। इस मौके पर जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि कल सुबह 6:00 बजे के करीब माणा के निकट हिमस्खलन हुआ। वहीं पर बिआरओ के 57 मजदूर कंटेनर में रहते थे जिनमें जिनमें से दो मजदूर छुट्टी पर थे । 55 मजदूरों को तेजी से खोजबीन करते हुए आइटीबीपी ने जब तक 50 लोगों को रेस्क्यू कर लिया। अब तक 50 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। केंद्र सरकार में राज्य सरकार की ओर से चार हेलीकॉप्टर भेजे गए हैं। जिनकी मदद से 55 मजदूरों को ज्योर्तिमठ लाया गया, इनमें से चार मजदूर गंभीर रूप से घायल है। उनका आर्मी अस्पताल में चिकित्सकों के देख रेख में इलाज चल रहा है।
जिलाधिकारी ने आईटीबीपी और आर्मी द्वारा किए गए रेस्क्यू अभियान के प्रशंसा की उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ के 28 सदस्य टीम की घटना स्थल पर पहुंच चुकी है । उन्हें काफी अनुभव है कि किस तरह से रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। बाकी मजदूरों को जल्द रेस्क्यू कर लिया जाएगा।