प्रौद्योगिकी संस्थान, गोपेश्वर चमोली के 200 से अधिक छात्र छात्राओं को सहकारिता के क्षेत्र में नेतृत्व क्षमता विकसित करने हेतु कार्यशाला का किया गया आयोजन
“अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस 2025” के अंतर्गत सहकारी नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ दिनांक 21, फरवरी, 2025 को चमोली जिला सहकारी बैंक एवं सहकारिता विभाग द्वारा प्रौद्योगिकी संस्थान, गोपेश्वर चमोली के छात्र छात्राओं को सहकारिता के क्षेत्र में नेतृत्व क्षमता विकसित करने हेतु 200 से अधिक युवा छात्र छात्राओं के बीच में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में बैंक प्रशासक/मुख्य विकास अधिकारी श्री नन्दन कुमार, जिला सहायक निबंधक श्री बैसाख सिंह राणा, जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड श्री श्रेयांश जोशी, सचिव/महाप्रबंधक चमोली जिला सहकारी बैंक श्री सूर्य प्रकाश सिंह, जिला पशु चिकित्सा अधिकारी, सहायक निदेशक डेरी, जिला सूचना अधिकारी, रजिस्ट्रार प्रौद्योगिकी संस्थान गोपेश्वर, सहकारी विभाग से जिला सहकारी अधिकारी, बैंक उप महाप्रबंधक उपस्थित रहे।
बैंक प्रशासक/मुख्य विकास अधिकारी महोदय द्वारा अध्यक्षीय सम्बोधन में सर्वप्रथम सहकारिता के इतिहास से युवाओं को परिचय कराया और सहकारिता कैसे युवाओं के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति करने में सहायक बन एक बेहतर विश्व का निर्माण कर सकता हैं इसकी जानकारी युवाओं को दी गई।
साथ ही सचिव/महाप्रबंधक, चमोली जिला सहकारी बैंक श्री सूर्य प्रकाश सिंह द्वारा “युवा एवं सहकारिता” विषय पर सहकारिता के मूल स्वरूप एवं सहकारिता के सदस्य बनकर कैसे युवा अन्य विभाग की योजनाओं एवं सहकारिता की योजनाओं को मिलाकर एक हॉलिस्टिक एप्रोच के साथ सरकार की स्वरोजगार योजनाओं का कुशलता पूर्वक लाभ उठा सकते हैं इसकी जानकारी दी गई। इसके अतिरिक्त
राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार की सहकारिता विभाग के माध्यम से संचालित योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गयी, जिसमें बैंक में लागू विभिन्न प्रकार के ऋण जैसे भवन ऋण, वाहन ऋण, सी.सी. लिमिट, स्वरोजगार क्रेडिट कार्ड योजना, किसान क्रेडिट कार्ड योजना, शिक्षा ऋण कर्मचारी ऋण योजना आदि एवं राज्य/ केन्द्र सरकार की योजनायें- मुख्यमत्री पशुधन विकास योजना, ग्रामीण उद्यम वेगवृद्धि योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, मुख्यंभत्री सौर स्वरोजगार योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजिविकां मिशन योजना, मुख्यमत्री मोटरसाइकिल टैक्सी योजना आदि के लाभ उपस्थित युवाओं को बताये गये।
जिला विकास प्रबन्धक, नाबार्ड श्री श्रेयांश जोशी द्वारा “सहकारिता के माध्यम से महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की भूमिका” विषय पर सम्बोधन किया गया।
बैंक उप महाप्रबंधक श्री धीर सिंह द्वारा “सहकारिता के इतिहास एवं वर्तमान तक की यात्रा” विषय पर सम्बोधन किया गया।
बैंक उप महाप्रबंधक श्रीमति प्रियंका भण्डारी द्वारा “वित्तीय समावेशन की दिशा में सहकारी संस्थाओं की भूमिका” विषय पर सम्बोधन किया गया।
बैंक अनुभाग अधिकारी श्री नीरज बिष्ट द्वारा “ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास में सहकारी संस्थाओं का महत्व” विषय पर सम्बोधन किया गया।
रजिस्ट्रार, प्रौद्योगिकी संस्थान श्री संदीप कण्डवाल द्वारा “कौशल विकास के माध्यम से युवाओं के सुनहरे भविष्य का निमार्ण” विषय पर सम्बोधन किया गया।
कार्यक्रम में जिला सहायक निबंधक, जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, सहायक निदेशक डेरी, जिला सूचना अधिकारियों ने भी अपनी विभाग की योजनाओं की जानकारी दी जिनसे सहकारिता सदस्य लाभान्वित हो सकते हैं। साथ ही पशुपालन एवं मत्स्य सहकारी समिति के सदस्यों ने भी कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित 200 युवाओं से इस आशय से फीडबैक फॉर्म भी लिए गए कि वह सहकारिता में क्या सुधार और सहकारी संस्थाओ से कैसे अधिक से अधिक जुड़ सकते हैं।