आज पौष पूर्णिमा के शुभ अवसर पर प्रयागराज की पवित्र धरती पर महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है। आज से शुरू हो रहा महाकुंभ का पर्व भारत की प्राचीन संस्कृति एवं देश विदेश से आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के आस्था का प्रतीक है। यहां आकर न केवल शारीरिक शुद्धता प्राप्त होती है बल्कि आत्मिक शक्ति और दिव्यता का भी अनुभव होता है। संगम तट पर श्रद्धालुओं का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। महाकुंभ के पहले स्नान पर पौष पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। हर हर गंगे और जय श्री राम की के जयकारों के साथ पूरा प्रयागराज गुंज उठा है।
जानकारी के अनुसार आज सुबह 7:30 बजे लगभग 35 लाख लोगों ने स्नान किया। मेला क्षेत्र की सुरक्षा चका चौबंद है। आज से 45 दिवस का कल्पवास शुरू हो जाएगा। पहला शाही स्नान मकर संक्रांति पर मंगलवार को होगा । महाकुंभ को लेकर पीएम मोदी भी ट्वीट कर चुके हैं उन्होंने लिखा है की महाकुंभ भक्ति संस्कृति के पवित्र संगम में अनगिनत लोगों को एक साथ एकत्रित करेगा।
प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान तीन दिन के बाद 12000 संत नागा सन्यासी बनेंगे। इसके लिए सभी अखाड़ों ने तैयारी कर ली है। महाकुंभ का पहला अमृत स्थान शाही स्नान 14 जनवरी को किया जाएगा। पौष पूर्णिमा में बच्चे बुजुर्ग और महिलाएं तड़के ही संगम स्नान के लिए पहुंचने लगे थे। संगम नो ऐरावत घाट और वीआईपी घाट समेत समस्त घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं स्नान करते नजर आए। इस बार युवाओं में सनातन संस्कृति और आध्यात्मिकता के प्रति खासा उल्लास देखने को मिल रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मेला क्षेत्र में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से चप्के चप्के की निगरानी की जा रही है। डीआईजी और एसपी स्वयं ही इसकी मॉनीटरिंग कर रहे हैं । भीड़भाड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। आधी रात और सुबह तड़के से ही पुलिस बल पूरी तरह मुस्तैद रही।