Monday, December 23, 2024
Google search engine
Homeउत्तराखंडभारत के 9 पहाड़ी राज्यो पर संतुलित व स्थायी नीति बनाने के...

भारत के 9 पहाड़ी राज्यो पर संतुलित व स्थायी नीति बनाने के लिए केंद्र व राज्य सरकार विशेष ध्यान दें- सचिन थपलियाल

 

विषय: विश्व पहाड़ दिवस पर भारत के पहाड़ो पर स्थायी नीति बनाने के लिए केंद्र सरकार से अपील

महोदय/महोदया,

विश्व पहाड़ दिवस के अवसर पर आम आदमी पार्टी द्वारा कार्यालय में पहाड़ी इलाकों को लेकर चर्चा हुई जिसमें भारत व विशेष उत्तराखंड में पहाड़ी क्षेत्रों के संतुलित विकास और संरक्षण के लिए स्थायी नीति बनाने के लिए सुझाव प्रस्तुत किये गए।

भारत के पहाड़ी क्षेत्रों का महत्व:

भारत में पहाड़ी क्षेत्रों का महत्व बहुत अधिक है। ये क्षेत्र न केवल पर्यावरणीय रूप से संवेदनशील हैं, बल्कि ये क्षेत्र सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से भी महत्वपूर्ण हैं।

संतुलित स्थायी नीति के मुख्य बिंदु:

आम आदमी पार्टी पहाड़ी क्षेत्रों के विकास और संरक्षण के लिए संकल्पबद्ध है:

1. भारत में पर्यावरणीय संरक्षण: पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यावरणीय संरक्षण के लिए केंद्र व राज्य सरकार को विशेष प्रयास करने होंगे। इसमें सरकार को वनस्पति और जीव-जन्तुओं के संरक्षण, जल संसाधनों के प्रबंधन, और बेहताशा हो रहे मिट्टी के क्षरण को रोकने के लिए कदम उठाने होंगे।
2. भारत के पहाड़ी इलाकों पर संतुलित स्थायी ग्रीन डेवेलपमेंट: पहाड़ी क्षेत्रों में संतुलित स्थायी हरित विकास के लिए हमें एकजुट होकर विशेष प्रयास करने होंगे। हमें पहाड़ के गाँव में बड़े उद्योगों के बजाए छोटे उद्योगों को बढ़ावा देना चाहिए और इनमें स्थानीय समुदायों को शामिल करना चाहिए।

3. उपभोगवाद की बजाए उपयोगितावाद अपनाये: पहाड़ के प्राकृतिक संसाधनों का उपभोग बंद हो, और हमें अधिक पर्यटन के बदले संतुलित पर्यटन को बढ़ावा देना चाहिए।

4. विशेष विदेश नीति एक्ट/भागीदारी: विश्व के पहाड़ी देश जैसे स्विट्जरलैंड व यूरोपीय देशों की ग्रीन पॉलिसी को आधार बनाकर पहाड़ के इलाकों की आवश्यकताओं और चुनौतियों को समझने, और उनके लिए विशेष योजनाएं बनाने के लिए कदम उठाने होंगे।
5. उत्तराखंड को वाटर व ग्रीन बोनस(सेसा) के लिए प्रयास करना चाहिए: पहाड़ी क्षेत्रों से निकलने वाली नदियों व खनिज संपदाओं का हर वर्ष 5000 करोड़ का केंद्रीय बोनस राज्य को मिलना चाहिए ।। स्थानीय समुदायों को इस वित्तीय सहायता से ग्रीन उद्योगों में सब्सिडी मिले, हमे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए और कदम उठाने होंगे।

निष्कर्ष:

हमें उम्मीद है कि उत्तराखंड को विशेष और संरक्षित राज्य के दर्जे के लिए कुछ विशेष नीति बनाने से हम आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकते हैं और पहाड़ के लिए विशेष योजनाएं बना सकते हैं।

धन्यवाद।

विश्व पहाड़ दिवस के अवसर पर विशाल चौधरी, डीके पाल, रविंद्र चौधरी, श्यामलाल नाथ, डॉक्टर.अंसारी, जसवीर सिंह जी, आर्यन राठौर, सत्येंद्र सिंह, सार्थक कुमार, अंकित कुमार प्रजापति, प्रशांत चौधरी, सचिन थपलियाल आदि मौजूद थे

sachinthapliyal.st@gmail.com

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Advertisement

spot_img

MDDA

spot_img

Latest News

STAY CONNECTED

123FansLike
234FollowersFollow
0SubscribersSubscribe