
देहरादून, 8 नवम्बर 2025: आज अस्पायर सर्कल ने अपने आमंत्रण-आधारित अस्पायर रिट्रीट और कॉनवोकेशन (ARC 2025) का आयोजन UPES देहरादून में किया, जिसमें अस्पायर सर्कल फेलोज़, स्कॉलर्स, सामुदायिक नेता, सदस्य और वक्ता शामिल हुए।
अस्पायर रिट्रीट और कॉनवोकेशन (ARC ), अस्पायर सर्कल का द्विवार्षिक प्रमुख आयोजन है – जो भारत में उद्देश्यपूर्ण नेतृत्व और सामाजिक प्रभाव के लिए अग्रणी मंच है। UPES विश्वविद्यालय के सहयोग से आयोजित ARC – 25 में तीन दिनों तक 100 से अधिक फेलोज़, परिवर्तनकारी विचारकों और चिंतनशील नेताओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में गहन संवाद, प्रेरक पठन सत्र, नेतृत्व पैनल और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ शामिल रहीं – जिनका उद्देश्य था ‘प्रबुद्ध सामाजिक नेतृत्व’ की भावना को आगे बढ़ाना। इस रिट्रीट के अंतर्गत अस्पायर फेलोज़ के दीक्षांत समारोह का भी आयोजन किया गया, जिसमें उनके वर्षभर के दार्शनिक शिक्षण और प्रभावशाली सहयोग के सफर का उत्सव मनाया गया।
पहले दिन का केंद्र बिंदु था मौन चिंतन और उद्देश्यपूर्ण संवाद। उद्घाटन सत्र में सूक्ष्म मुख्य भाषणों (माइक्रो कीनोट्स) के माध्यम से ‘सीकर का द्वंद्व- कब प्रतीक्षा करें और कब क्रियान्वयन करें’ जैसे विचारों को प्रस्तुत किया गया। इसके बाद हुई पैनल चर्चा में नेतृत्व, उद्यम और सामाजिक प्रभाव के क्षेत्र में धैर्य और तात्कालिकता के संतुलन पर विचार-विमर्श हुआ।
UPES के कुलपति डॉ. राम शर्मा ने कहाए UPES में ARC 2025 की मेज़बानी करना हमारे लिए एक सम्मान की बात है। यह हमारे शैक्षणिक मिशन और राष्ट्र निर्माण की वास्तविकताओं से गहराई से जुड़ा है। इन तीन दिनों में हमने देखा कि आत्मचिंतन और कठोर विमर्श किस प्रकार निर्णायक कार्रवाई के साथ सह-अस्तित्व में रह सकते हैं। एक विश्वविद्यालय के रूप में, हमारा उद्देश्य ऐसे नेताओं को तैयार करना है जो यह जानते हों कि कब रुककर सुनना और सीखना है, और कब साहस और स्पष्टता के साथ आगे बढ़ना है।”
फेलोज़, स्कॉलर्स और सामुदायिक नेताओं के लिए विशेष रूप से तैयार यह आयोजन अनिश्चितता की स्थिति में अनुशासित निर्णय लेने पर केंद्रित रहा। माइक्रो कीनोट्स, पैनल चर्चाएँ और वाद.विवाद सत्रों के माध्यम से उद्यमए नीति और नागरिक समाज के नेताओं के लिए महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टियाँ साझा की गईं।
