सीएम धामी ने वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों से आपदा प्रबंधन एवं कानून व्यवस्था के साथ ही पुनर्निर्माण और प्रशासनिक कार्यों की की विस्तृत समीक्षा
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज शासकीय आवाज में प्रदेश के सभी जिलाधिकारी के साथ आपदा प्रबंधन कानून व्यवस्था पुनर्निर्माण और प्रशासनिक कार्यों की विस्तृत समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा प्रभावित परिवारों को मानकों के अनुसार त्वरित सहायता राशि उपलब्ध कराने और किसानों को हुए नुकसान का शीघ्र आंकलन कर रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजने के निर्देश दिए। सीएम म धामी ने स्पष्ट किया की नदी नालों के किनारे किसी भी प्रकार का निर्माण पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा ताकि भविष्य में आपदा जोखिम को न्यूनतम किया जा सके।
मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा मार्ग की सड़कों को आगामी 15 दिनों के भीतर पूरी तरह से दुरुस्त करने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए।
बैठक में राज्य में धर्मांतरण विरोधी कानून के अंतर्गत दर्ज मामलों की समीक्षा किए जाने और सीमावर्ती क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश भी शामिल थे। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि ऐसे व्यक्तियों की पहचान कर आवश्यकतानुसार उन्हें सीमावर्ती क्षेत्रों से बाहर किया जाए।
गौ-तस्करी को लेकर भी मुख्यमंत्री ने कड़ा रुख अपनाते हुए अधिकारियों को सघन अभियान चलाने और दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा।
सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर “सेवा पखवाड़ा” के अंतर्गत राज्यभर में बहुउद्देशीय शिविर एवं स्वास्थ्य कैंप आयोजित करने के निर्देश भी दिए। इसके साथ ही “1905 सीएम हेल्पलाइन” की जनपदवार नियमित समीक्षा कर जनता की समस्याओं के त्वरित समाधान की आवश्यकता पर भी बल दिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासन को संवेदनशीलता, तत्परता और पारदर्शिता के साथ कार्य करते हुए जनता के विश्वास को बनाए रखना होगा।
बैठक के दौरान सभी जिलों के जिलाधिकारी एवं अधिकारी वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे।